Chattarpur Vidhan Sabha: छत्तरपुर सीट पर इंडिया गठबंधन में दरार से बीजेपी को मिल सकता है फायदा।। vidhansabha seat 2024
Thursday, Nov 07, 2024-01:06 PM (IST)
छतरपुर: छतरपुर विधानसभा सीट पलामू जिले का हिस्सा है। यह क्षेत्र राजनीतिक गतिविधियों में आगे रहने वाले लोगों से भरा हुआ है। यह इलाका प्राचीन मंदिरों और ब्रिटिश कालीन इमारतों की वजह से पर्यटकों के बीच लोकप्रिय माना जाता है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस विधानसभा क्षेत्र के ज्यादातर मतदाता ग्रामीण इलाकों में निवास करते हैं। पहाड़ी क्षेत्र होने के चलते यहां पर फसलों की अच्छी पैदावार कुछ हिस्सों में ही होती है।
झारखंड विधानसभा के लिए 2005 में कराए गए चुनाव में यहां से जेडीयू के राधाकृष्ण विधायक चुने गए थे। 2009 के चुनाव में भी जेडीयू कैंडिडेट सुधा चौहान ने यहां से जीत हासिल की थी। वहीं 2014 के चुनाव में बीजेपी की टिकट पर राधाकृष्ण किशोर ने सभी विरोधियों को मात दे दिया था। 2019 के चुनाव में पुष्पा देवी भुईयां ने छतरपुर सीट पर जीत हासिल की थी। इस बार भी बीजेपी ने पुष्पा देवी भुईंया को ही चुनावी मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने राधा कृष्ण किशोर की किस्मत पर भरोसा जताया है। वहीं आरजेडी ने भी अपना उम्मीदवार उतार कर कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2019 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार पुष्पा देवी भुईयां ने जीत हासिल की थी। पुष्पा देवी भुईयां 64 हजार एक सौ 27 वोट लाकर पहला स्थान हासिल किया था तो आरजेडी कैंडिडेट विजय कुमार 37 हजार तीन सौ 35 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं आजसू उम्मीदवार राधा कृष्ण किशोर 16 हजार 18 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं छतरपुर विधानसभा सीट पर 2014 के चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट राधा कृष्ण किशोर को विधायक चुना गया। राधा कृष्ण किशोर को 43 हज़ार आठ सौ पांच वोट मिले थे तो दूसरे नंबर पर रहे आरजेडी कैंडिडेट मनोज कुमार को 37 हजार नौ सौ 43 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर रहे जेवीएम के प्रभात कुमार को 17 हज़ार नौ सौ 74 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू कैंडिडेट सुधा चौहान विधायक चुनी गई थी। सुधा चौहान को 25 हजार आठ सौ 54 वोट मिले थे। उधर जेएमएम उम्मीदवार मनोज 16 हजार एक सौ आठ वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे तो तीसरे नंबर पर कांग्रेस कैंडिडेट राधा कृष्ण किशोर को 15 हज़ार पांच सौ 75 वोट मिले थे।
छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में छतरपुर के अलावा और भी तीन प्रखंड आते हैं। इनमें पाटन, पड़वा और नौडीहा के नाम शामिल हैं। सिंचाई और पलायन इस क्षेत्र की मुख्य समस्या है। कांग्रेस ने इस बार यहां से राधाकृष्ण किशोर को टिकट दिया है। इस सीट से राधाकृष्ण किशोर पांच बार विधायक रहे हैं, लेकिन उनकी परेशानी आरजेडी बढ़ा रही है। राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से 2019 में दूसरे स्थान पर रहने वाले विजय राम ने यहां से नामांकन किया है। इंडिया गठबंधन में आई इस दरार का फायदा बीजेपी उम्मीदवार पुष्पा देवी भुईंया को मिल सकता है।