शादी की सालगिरह मनाने गए थे कश्मीर, होटल पहुंचते ही आतंकियों ने चला दी गोलियां...आतंकी हमले में बाल-बाल बचे Ranchi के मयंक
Wednesday, Apr 23, 2025-12:39 PM (IST)

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में बीते मंगलवार दोपहर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी, जिसमें 26 बेगुनाह लोगों की जान चली गई। आतंकी धार्मिक पहचान पूछ-पूछकर लोगों को निशाना बना रहे थे, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच झारखंड की राजधानी रांची के कांके निवासी मयंक कुमार भी बीते मंगलवार को पहलगाम में थे। आतंकी हमले में वह बाल-बाल बचे। वह आतंकी हमले से कुछ देर पहले ही अपने होटल पहुंचे थे।
होटल में पहुंचने के कुछ देर बाद ही हो गया आतंकी हमला
मामले में मयंक कुमार का कहना है कि वह शादी के 1 साल पूरा होने पर कश्मीर घूमने गए थे। वह बीते मंगलवार की सुबह 10 बजे पहलगाम की पहाड़ी पर चढ़े थे। दोपहर को नीचे उतरने के आधे घंटे के बाद ही पहलगाम की पहाड़ी पर आतंकवादी हमला हो गया। मयंक कुमार ने बताया कि थोड़ी ही देर में चारों ओर से पुलिस वाहनों के सायरन की आवाज आने लगी। कुछ समझ नहीं आ रहा था, क्या हुआ। उन्होंने आगे बताया कि हम लोग जहां ठहरे थे, वहीं पता चला कि आतंकवादी हमला हुया है। हम लोगों को होटल से बाहर निकलने से मना कर दिया। मयंक कुमार ने बताया कि घटना के बाद चारों ओर सन्नाटा पसर गया। सभी जगह डर का माहौल बन गया।
आतंकी हमले में 26 लोगों की चली गई जान
बता दें कि बीते मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई है जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। इस कायराना हमले की एक चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि आतंकवादियों ने जानबूझकर सिर्फ पुरुषों को ही निशाना बनाया जबकि महिलाओं को बख्श दिया। हमले के शिकार हुए ज्यादातर लोग पर्यटक थे जो कश्मीर की खूबसूरती का आनंद लेने आए थे। इस दुखद घटना में मरने वालों में गुजरात के 3 पर्यटक शामिल हैं। इसके अलावा पहलगाम के स्थानीय निवासी सैयद आदिल हुसैन शाह भी इस हमले में अपनी जान गंवा बैठे। महाराष्ट्र ने इस आतंकी हमले में अपने 5 नागरिकों को खो दिया। मृतकों की पहचान हेमंत सुहास जोशी और संजय लक्ष्मण लाली के रूप में हुई है जो मुंबई के रहने वाले थे।
इसके अलावा अतुल श्रीकांत मोनी, संतोष जागड़ा और कस्तुबा गान्वोते भी महाराष्ट्र के ही निवासी थे। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के सुशील नथानियल भी इस हमले का शिकार हो गए। वह अपनी पत्नी का जन्मदिन मनाने के लिए कश्मीर गए थे। सुशील एलआईसी (भारतीय जीवन बीमा निगम) में ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि आतंकवादियों ने पहलगाम में सिर्फ पुरुषों को ही निशाना बनाया। उन्होंने महिलाओं पर कोई गोली नहीं चलाई जिससे इस हमले के पीछे की मंशा और भी संदिग्ध हो जाती है। सुरक्षा एजेंसियां अब इस पहलू पर भी गहन जांच कर रही हैं कि आतंकियों ने ऐसा क्यों किया।