SC, ST और OBC का हक छीन कर मुस्लिमों को देना कांग्रेस और INDI गठबंधन का हिडेन एजेंडा: प्रदेश भाजपा

4/27/2024 12:35:14 PM

रांची: एससी, एसटी और ओबीसी का हक छीन कर अपने चहेतों को देना कांग्रेस और इंडी गठबंधन का हिडेन एजेंडा है। इंडी गठबंधन एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण का लाभ मुस्लिमों को देना चाहता है। कांग्रेस कहती है कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला हक गरीबों का है। कांग्रेस और भाजपा में यही बड़ा अंतर है। ये कहना है भाजपा विधायक सह प्रदेश प्रवक्ता अमित मंडल का।

"कांग्रेस का इतिहास सदैव तुष्टिकरण की घटिया व घिनौनी राजनीति से भरा रहा है"
प्रवक्ता अमित मंडल ने कहा कि भाजपा सदैव से सबक साथ-सबका विकास की पक्षधर रही है। जबकि कांग्रेस का इतिहास सदैव तुष्टिकरण की घटिया और घिनौनी राजनीति से भरा रहा है। कांग्रेस को एससी, एसटी और ओबीसी से नफरत है और उनके घोषणापत्र में भी तुष्टीकरण स्पष्ट दिखाई दे रहा है।उन्होंने कहा कि 9 दिसंबर 2006 को राष्ट्रीय विकास परिषद के 52वें बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि "हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अभिनव योजनाएं बनानी होंगी कि अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यकों को विकास के लाभों में समान रूप से हिस्सा लेने का अधिकार मिले। संसाधनों पर पहला अधिकार उनका होना चाहिए"। इससे एक खास वर्ग के प्रति कांग्रेस के अगाध प्रेम को समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह ने यह बयान गलती से नहीं दिया था बल्कि जानबूझ कर दिया था क्योंकि 13 अप्रैल 2009 को फिर से मनमोहन सिंह ने मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस में एक प्रश्न का जवाब देते हुए फिर अपने बयान को सही ठहराया और कहा कि अल्पसंख्यकों का खासकर मुस्लिमों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए जब बात देश के संसाधनों की आती है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के माध्यम से गलतबयानी की गई कि मुसलमानों की हालत दलितों से भी खराब है। मतलब यह कि कांग्रेस पहले से ही आधार बना रही थी कि येन-केन-प्रकारेण मुस्लिम को एससी (अनुसूचित जाति) घोषित कर मुस्लिमों को एससी आरक्षण की वैधता दिला दी जाए।

"हम नहीं चाहते कि मुसलमानों की उपेक्षा की जाए"
प्रवक्ता अमित मंडल ने कहा कि कांग्रेस की एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकारों पर डाका डालने की आदत बहुत पुरानी है। यहां तक कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने भी 27 अक्टूबर 1951 को कहा था कि "पिछले 20 वर्षों में पंडित नेहरू ने दो हजार भाषण दिए हैं, लेकिन उन्होंने एक बार भी अनुसूचित जाति के कल्याण के बारे में बात नहीं की है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कांग्रेस पार्टी को हमारे लोगों के प्रति कितनी सहानुभूति है। पंडित नेहरू हमेशा मुसलमानों के पक्ष में रहते हैं। हम नहीं चाहते कि मुसलमानों की उपेक्षा की जाए, लेकिन मैं यह जरूर चाहता हूं कि मुसलमानों को अन्य समुदायों की कीमत पर अनुचित लाभ नहीं उठाना चाहिए, जिन्हें अधिक सुरक्षा की आवश्यकता है। कांग्रेस ने राष्ट्रीय धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यक आयोग का गठन ये साजिश रची कि मुसलमानों में भी जाति है, इसलिए उनमें भी एससी माना जाए और एससी लिस्ट में आरक्षण दिया जाए। कोई एससी अगर धर्म बदल कर मुसलमान या ईसाई बनता है तो भी उसका एससी दर्जा बना रहे। साथ ही, ओबीसी के 27% से 6% काटकर मुसलमानों को आरक्षण दिया जाए।





 


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Khushi

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