झारखंड में विधानसभा सत्र से पहले हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, मंत्रिपरिषद की रेस में ये चेहरे शामिल
Saturday, Nov 30, 2024-12:07 PM (IST)
रांची: झारखंड में जल्द मंत्रिमंडल विस्तार होने की संभावना है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नेताओं में हलचल तेज है। हालांकि अभी तक किसी भी पार्टी ने यह साफ नहीं किया है कि कौन-कौन मंत्री बनेगा।
जानकारी के मुताबिक विधानसभा सत्र से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। विधानसभा सत्र 9 से 12 दिसंबर तक चलेगा तो इससे पहले मंत्रिमंडल के विस्तार होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि जेएमएम, कांग्रेस और राजद में नए और पुराने चेहरे भी दौड़ में शामिल हैं। इनमें जेएमएम से दीपक बिरूआ, हफीजुल, रामदास सोरेन के अलावा मथुरा महतो, सुदिव्य सोनू और योगेंद्र प्रसाद भी मंत्रिपरिषद की दौड़ में हैं। जेएमएम में संथाल से हेमलाल मुर्मू और लुईस मरांडी के नाम भी चर्चा में है। वहीं, जेएमएम कोटे से हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय से विधायक कल्पना सोरेन के बारे में भी कहा जा रहा है कि इस बार वह भी हेमंत मंत्रिमंडल का हिस्सा हो सकती हैं। दूसरी ओर कांग्रेस से रामेश्वर उरांव, इरफान, दीपिका पांडेय सिंह, प्रदीप यादव, अनूप सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की, नमन विक्सल कोंगाड़ी का नाम आगे है। राजद से सुरेश पासवान, संजय प्रसाद यादव, संजय सिंह यादव रेस में हैं।
राज्य की राजनीति में यह कयास तेज है कि किस दल से कितने मंत्री बनेंगे और कांग्रेस-झामुमो और राजद के कोटे से कितने मंत्री बनेंगे। क्या 04-01 या 05-01 के फार्मूले का पेंच फंसने की वजह से मंत्रिमंडल का स्वरुप फाइनल नहीं हो पा रहा है। झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक के तहत चार दलों (झामुमो+कांग्रेस+राजद+सीपीआई माले) ने एक साथ चुनाव लड़ा और बहुमत से अधिक सीटें जीत ली। इस बार इंडिया ब्लॉक को 81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में 56 सीटें मिली है जबकि 2019 में महागठबंधन (JMM+Congress+RJD) को कुल 47 सीटें मिली थीं। उस समय चार विधायकों पर एक मंत्री पद का फार्मूला के तहत हुआ था जिसमें मुख्यमंत्री को मिलाकर 07 बर्थ झामुमो का, 04 मंत्री पद कांग्रेस के पास और चुनाव पूर्व के सहयोगी को पर्याप्त नंबर नहीं होते हुए भी हेमंत सोरेन ने मंत्रिमंडल में राजद को जगह दी।
इस बार चुनाव जीतने वाले विधायकों की संख्या बढ़कर 56 हो गयी है। ऐसे में झामुमो की चाहत 04 की जगह 05 विधायक पर एक मंत्री पद की है। जाहिर है कि इस फॉर्मूले से इस बार झामुमो के पास 07 की जगह मुख्यमंत्री को मिलाकर 08 मंत्री पद आएंगे जबकि 16 विधायक वाली पार्टी कांग्रेस के पास 03 और राजद के पास 01 मंत्री पद आएगा। पार्टी सूत्र बताते हैं कि यहीं पर मंत्रिमंडल विस्तार का पेंच थोड़ा फंसा हुआ है। भाकपा माले, जिसने 2 सीटें जीती हैं, ने साफ कर दिया है कि वह सरकार में शामिल नहीं होगी। पार्टी के राज्य सचिव मनोज भक्त ने कहा कि झामुमो या कांग्रेस ने उन्हें कोई प्रस्ताव नहीं दिया है और पार्टी की भी कोई इच्छा नहीं है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पार्टी अपने विधायकों के काम करने की योजना पर विचार कर रही है।