"हेमंत सरकार की महत्वाकांक्षी मंईयां सम्मान योजना से BJP सदमे में चली गई", मरांडी के बयान पर JMM का पलटवार
Wednesday, Aug 07, 2024-10:47 AM (IST)
रांची: जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का जिस प्रकार से महिलाओं ने सम्मान किया है शुरुआत में हम लोगों ने सोचा भी नहीं था कि यह योजना इतनी लोकप्रिय होगी।
"भाजपा अब मुद्दाविहीन हो गयी है"
सुप्रियो भट्टाचार्य ने बाबूलाल मरांडी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि हमारे इस प्रगतिशील योजना से बीजेपी पूरी तरह से घबरा गई है। अनर्गल बातें कर रही है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री मईयां महिला सम्मान योजना की सफलता और इसे महिलाओं द्वारा हाथों-हाथ लेने से भाजपा के नेता बौखला गए हैं। यही वजह है कि बाबूलाल मरांडी समेत अन्य भाजपा नेता इसकी आलोचना में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना से भाजपा सदमे में चली गई है। भाजपा नेताओं ने घुसपैठ का मुद्दा लाया, लेकिन इसके जरिए वे हिन्दू-मुस्लिम कर रहे हैं। भाजपा कह रही है कि ऐसी तमाम योजनाओं से सरकार पर वित्तीय बोझ बढ़ेगा। दरअसल भाजपा अब मुद्दाविहीन हो गयी है। उसे समझ में ही नहीं आ रहा है कि वह कौन सा मुद्दा लेकर जनता के बीच जाएं। भट्टाचार्य ने कहा कि अगर केंद्र सरकार राज्य का बकाया 1.36 लाख करोड़ दे, तो ऐसी-ऐसी कई योजनाएं हेमंत सरकार ला सकती है। जीएसटी का भी बकाया केंद्र सरकार नहीं देती है। भट्टाचार्य ने आगे कहा कि महिलाओं को लेकर सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, फूलो झानो योजना और अब मईया सम्मान योजना लाई गई है। आधी आबादी को लेकर जो हमने कहा है उसे पूरा किया जा रहा है। युवाओं को रोजगार को लेकर हम लोग ने वैकेंसी निकाली है। यह दूरदर्शी योजना घर- घर तक पहुंचे यही उम्मीद है।
"हेमंत सरकार बचे चंद महीनों में भी दलाल-बिचौलियों के लिए लूट का रास्ता खोल रही"
बता दें कि इससे पहले बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर कहा था कि राज्य सरकार का जन कल्याण से कोई लेना- देना नहीं। योजना का दिखावा केवल लूटने के लिए हो रहा है। बचे चंद महीनों में भी यह दलाल बिचौलियों के लिए लूट का रास्ता खोल रही। मरांडी ने कहा कि झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के शुभारंभ के पहले दिन ही फॉर्म के नाम पर वसूली का शुभारंभ कर दिया गया है। हेमंत सरकार की चरणबद्ध योजना के तहत अभी फॉर्म के नाम पर, फिर पंजीकरण के नाम पर, फिर सूची में नाम डालने के नाम पर और अंत में खाते में पैसे भेजने के नाम पर वसूली के सारे चरण पूरे किया जाएंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि झारखंड में बिना पैसों के कोई भी काम नहीं होता है' इसके तो हजारों उदाहरण पहले ही हिम्मतवाली सरकार ने पेश कर दिए हैं, लेकिन फिर से एक बार, एक नया वसूली का उदाहरण एक नई योजना के साथ पेश किया जा रहा है। इन सारी घटनाओं से यह तो स्पष्ट हो ही जाता है कि हेमंत सरकार में योजनाओं को लाने का उद्देश्य जनकल्याण नहीं, बल्कि वसूली करने और करवाने का है।