हिजाब-नकाब देखकर नौकरी दे रहे स्वास्थ्य मंत्री जीवन-मरण के संकट से जूझ रहे बच्चों की सुध लेना भूल जाते हैं: बाबूलाल मरांडी

Friday, Dec 26, 2025-01:10 PM (IST)

Ranchi News: झारखंड में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साधा है। मरांडी ने कहा कि एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने से पीड़ित बच्चों को मानसिक और सामाजिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा है।

"पीड़ित बच्चों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराएं"
मरांडी ने कहा कि एक और स्वास्थ्य मंत्री हिजाब-नकाब देखकर नौकरी देने की घोषणा करते हैं, वहीं दूसरी ओर अपने ही विभाग की लापरवाही के कारण जीवन-मरण के संकट से जूझ रहे मासूम बच्चों की सुध लेना भूल जाते हैं। मरांडी ने कहा कि जिन बच्चों को संरक्षण, इलाज और सम्मान मिलना चाहिए, वे आज तिरस्कार, उपेक्षा और अमानवीय व्यवहार झेलने को मजबूर हैं। अधिकारियों का नैतिक पतन इस कदर हो चुका है कि वे सिर्फ उन्हीं आदेशों का पालन करते हैं, जिसका मुख्यमंत्री आदेश देते हैं। बाकी समय लूट-खसोट और निजी स्वार्थ साधने में व्यस्त रहते हैं। मरांडी ने चाईबासा डीसी से कहा कि मामले पर संज्ञान लें और पीड़ित बच्चों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराएं।

"हेमंत जी, ऐसे कृत्यों पर तत्काल रोक लगाइए"
मरांडी ने आगे कहा कि हेमंत सरकार ने सत्ता के दुरुपयोग, तुष्टिकरण और पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर राज्य में अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति उत्पन्न कर दी है। मंदिर परिसर में प्रतिबंधित मांस फेंके जाने के विरोध में आवाज उठाने वाले हिंदू समाज के युवा भैरव सिंह पर सीसीए जैसी कठोर धाराएं लगाना इसी मानसिकता का परिणाम है। इस मामले में उच्च न्यायालय की टिप्पणी ने राज्य सरकार के हिंदू-विरोधी रवैये को उजागर कर दिया है। मरांडी ने कहा कि सबने देखा है कि रांची में मंदिरों पर हमले हुए, लेकिन उपद्रवियों पर कार्रवाई करने के बजाय इसके विरोध के पोस्टर उतरवा दिए। यह सब केवल इसलिए किया गया क्योंकि उपद्रवी एक विशेष समुदाय से थे और उनके खिलाफ कार्रवाई से आपका वोट बैंक प्रभावित होता। मरांडी ने कहा कि जाति, धर्म और राजनीतिक विचारधारा के आधार पर सत्ता व कानून का दुरुपयोग करना अघोषित आपातकाल का ही रूप है। हेमंत जी, ऐसे कृत्यों पर तत्काल रोक लगाइए।


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Khushi

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