''राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस'' पर लाभुकों के बीच किया गया 6 करोड़ 40 लाख परिसंपत्तियों का वितरण

7/11/2021 3:36:44 PM

 

रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य की पहचान खनिज के क्षेत्र में अधिक है लेकिन वर्तमान सरकार का प्रयास है कि देश-दुनिया में प्रदेश मत्स्य पालकों, पशुपालकों और प्रगतिशील किसानों वाले राज्य के रूप में भी अपनी अमिट छाप छोड़े।

सोरेन ने शनिवार को राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस -2021 के अवसर पर ऑनलाइन 24 जिला के मत्स्य पलकों एवं लाभुकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह स्वरोजगार का बड़ा माध्यम हो सकता है और ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले युवाओं, महिलाओं और किसानों की आजीविका एवं आर्थिक स्वावलंबन का वाहक बन सकता है। झारखंड में जलाशयों की कमी नहीं है। ग्रामीणों की सहभागिता से झारखण्ड मत्स्य उत्पादन में अग्रणी राज्य बन सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को केसीसी का लाभ देने की प्रक्रिया चल रही है। अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ प्राप्त हो। इस निमित कार्य किया जा रहा है। जिला स्तर पर जरूरतमंदों से आवेदन लेने का निदेश दिया गया है। केसीसी नहीं मिलने की परेशानी किसानों ने मुख्यमंत्री से साझा की। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र केसीसी से संबंधित समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।


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Diksha kanojia

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