पटना में NTPS का मंत्री तेज प्रताप यादव ने किया शुभारंभ, कहा- इससे ट्रांज़िट पास निर्गमन की प्रक्रिया में आएगी तेजी
Thursday, Jun 15, 2023-03:00 PM (IST)

पटनाः बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आज यानि गुरुवार को संजय सभागार, भू तल, अरण्य भवन, शहीद पीर अली खां मार्ग, पटना में National Transit Pass System (NTPS) राष्ट्रीय पारगमन पास प्रणाली का मंत्री तेज प्रताप यादव ने शुभारंभ किया। इस मौके पर विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी और आशुतोष PCCF (Hoff), एके प्रसाद PCCF (WP), एन जवाहर बाबू PCCF (CC &Wetland), प्रभात कुमार गुप्ता (CWLW), सुरेन्द्र सिंह, निदेशक पारिस्थितिकी, कमलजीत सिंह (CCF) एवं विभाग के वरीय अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया।
मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि इस प्रणाली से ट्रांज़िट पास निर्गमन की प्रक्रिया में तेज़ी आएगी। साथ ही इस प्रणाली द्वारा जारी किया गया पारगमन पास सम्पूर्ण भारत में मान्य होगा, जिससे वन की उपज के निर्बाध आवागमन में वृद्धि होगी। यह प्रणाली निजी या सरकारी भूमि से वन उत्पादों के पारगमन सम्बंधी रिकॉर्ड और उनकी निगरानी रखने में सहायता प्रदान करेगी। राष्ट्रीय पारगमन पास प्रणाली वन उपज के निर्बाध संचलन को बढ़ाएगी। उन्होंने आगे कहा कि एनटीपीएस के माध्यम से लोग अपने मोबाइल फोन से ई-पास के लिए आवेदन और प्राप्त कर सकेंगे। यह देश में डिजिटल आंदोलन को भी मजबूत करेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विभाग की सचिव, बंदना प्रेयसी ने कहा कि नेशनल ट्रांजिट पास सिस्टम (NTPS) निजी भूमि/सरकारी/निजी डिपो से इमारती लकड़ी, बांस और अन्य वन उत्पादों के अंतर-राज्यीय और राज्य के भीतर परिवहन के लिए एक ऑनलाइन ट्रांजिट पास जनरेशन सिस्टम है। प्रणाली का उपयोग ट्रांजिट परमिट जारी करने, निगरानी करने और रिकॉर्ड बनाए रखने के लिए किया जाएगा। बिहार इसे लागू करने वाला देश का 5वां राज्य है। इससे सम्बंधित विशेषताओं को बताते हुए प्रभात कुमार ने बताया कि
1- यह सिस्टम के डेस्कटॉप आधारित वेब पोर्टल और मोबाइल एप्लिकेशन पर उपलब्ध है।
2- ट्रांजिट परमिट (टीपी) के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और आवेदन जमा करने की सुविधा।
3- वन कार्यालयों में शारीरिक रूप से जाए बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) ऑनलाइन जनरेट किया जा सकता है।
4- प्रजातियों की श्रेणी के आधार पर ट्रांजिट परमिट या एनओसी ऑनलाइन जनरेट किया जा सकता है।
5- निजी भूमि पर उगाई जाने वाली प्रजातियों के लिए ऑनलाइन आवेदन जिन्हें ट्रांजिट पास व्यवस्था से छूट प्राप्त है।
6- निजी भूमि पर उगाई जाने वाली उन प्रजातियों के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करना, जिन्हें ट्रांजिट पास व्यवस्था से छूट नहीं है।
7- टीपी डाउनलोड करते समय ड्राइवर का विवरण बदला जा सकता है।
8- भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है।
9- क्यूआर कोड के जरिए वाहन की आवाजाही को सत्यापित किया जा सकता है।
एनटीपीएस के लाभ इस प्रकार हैं:-
1- वन कार्यालयों में भौतिक रूप से बिना गए टीपी, एनओसी आदि जारी करना।
2- व्यापार करने में आसानी के लिए लकड़ी, बांस और अन्य लघु वन उपज के पारगमन के लिए एकल पैन इंडिया परमिट।
3- इसने मैनुअल पेपर-आधारित ट्रांजिट सिस्टम को बदल दिया है।
4- एनटीपीएस किसानों और व्यापारियों को लाभान्वित करते हुए समय और परिवहन लागत बचाने में मदद करेगा।
5- यह ट्रांजिट परमिट प्राप्त करने में पारदर्शिता भी प्रदान करता है।
6- एनटीपीएस कृषि वानिकी गतिविधियों की सुविधा प्रदान करता है।