सुशील ने RJD पर लगाया भूमिहार को अपमानित करने का आरोप, कहा- पहली बार BJP ने दिया केंद्रीय मंत्री-पद

5/9/2022 10:12:48 AM

पटनाः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर भूमिहार को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस समाज को भाजपा ने पहली बार केंद्रीय मंत्री का पद देने के साथ ही विधानसभा चुनाव में 15 टिकट भी दिए।

सुशील मोदी ने रविवार को ट्वीट किया, 'ब्राह्मण-भूमिहार समाज को भाजपा ने हमेशा यथोचित सम्मान दिया है। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में भूमिहार समाज के 15 और ब्राह्मण समाज के 11 (कुल 26) लोगों को पार्टी ने टिकट दिए जबकि राजद ने इन दोनों जातियों का अपमान करते हुए केवल एक टिकट दिया था।' उन्होंने कहा कि भाजपा ने ही भूमिहार समाज को पहली बार केंद्रीय मंत्री का पद दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा कोटे से आज दो कैबिनेट मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष इसी समुदाय से हैं।

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ब्राह्मण-भूमिहार समाज को भाजपा ने हमेशा यथोचित सम्मान दिया है। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में भूमिहार समाज के 15 और ब्राह्मण समाज के 11 (कुल 26) लोगों को पार्टी ने टिकट दिये, जबकि राजद ने इन दोनों जातियों का अपमान करते हुए केवल एक टिकट दिया था। भाजपा ने ही भूमिहार समाज को पहली बार केंद्रीय मंत्री का पद दिया। बिहार में भाजपा कोटे से आज दो कैबिनेट मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष इसी समुदाय से हैं।
- Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 8 May 2022
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लालू-राबड़ी राज में भूमिहार-ब्राह्मण समाज का जितना अपमान-उत्पीड़न हुआ, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उस दौर में जाति पता कर इनका नरसंहार हुआ और इन्हें पलायन के लिए मजबूर किया गया था। ऊंची जातियों को 10 फीसद आरक्षण देने का विरोध करने वाली लालू प्रसाद की पार्टी आज किस मुँह से भूमिहार-ब्राह्मण समाज की हितैषी बन रही है?
- Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 8 May 2022

भाजपा सांसद ने कहा कि लालू-राबड़ी राज में भूमिहार-ब्राह्मण समाज का जितना अपमान-उत्पीड़न हुआ, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उस दौर में जाति पता कर इनका नरसंहार हुआ और इन्हें पलायन के लिए मजबूर किया गया था। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि ऊंची जातियों को 10 फीसद आरक्षण देने का विरोध करने वाली लालू प्रसाद की पार्टी आज किस मुंह से भूमिहार-ब्राह्मण समाज की हितैषी बन रही है। मोदी ने कहा कि विधान परिषद का एक चुनाव या उपचुनाव किसी दल पर किसी समाज के भरोसे का एकमात्र पैमाना नहीं हो सकता। सबको पता है कि परिषद के चुनाव किस आधार पर होते हैं। उन्होंने कहा कि हाल के चुनावों में यदि पार्टी से कोई गलती हुई तो उसे सुधारा जाएगा।


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Ramanjot

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