बिहार में वार्षिक कैलेंडर पर गरमाई सियासत, BJP ने बताया तुगलकी फरमान तो RJD ने दिया ये जवाब
Tuesday, Nov 28, 2023-02:23 PM (IST)

पटना (अभिषेक कुमार सिंह): बिहार शिक्षा विभाग ने 2024 उर्दू और हिंदी विद्यालयों में अवकाश की सूची जारी कर दी है। शिक्षा विभाग में इस सूची में हिंदी भाषी विद्यालय और उर्दू भाषी विद्यालय के अलग-अलग अवकाश की सूची जारी की है। लिस्ट के अनुसार, शिक्षा विभाग ने 2024 में ईद और बकरीद की छुट्टी बढ़ा दी।
ईद और बकरीद पर पहले दो दिनों की छुट्टी होती थी। 2024 में दोनों पर्वों पर स्कूल तीन-तीन दिन बंद रहेंगे। इसके अलावा मुहर्रम पर दो दिन, शब-ए-बारात, चेहल्लुम, हजरत मोहम्मद साहब की जयंती पर एक-एक दिन की छुट्टी होगी। जन्माष्टमी, रामनवमी, महाशिवरात्रि, राखी, तीज, जीतिया जैसे कई पर्वों पर छुट्टी खत्म कर दी गई है, जिसको लेकर भाजपा सरकार पर हमलावर है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार का यह तानाशाही और तुगलकी फरमान है। सरकार को अपना निर्णय वापस लेना पड़ेगा। वोट बैंक के लिए सरकार ने हिंदुओं के त्योहार में छुट्टियां रद्द की हैं। बिहार में सनातन धर्म को खत्म नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लालू यादव की सरकार आएगी तो तुष्टिकरण होगा।
सरकार का हिन्दू विरोधी चेहरा आया सामने- अश्वनी चौबे
वहीं केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने कहा है कि फिर से चाचा भतीजे की सरकार का हिन्दू विरोधी चेहरा सामने आया है। इस मामले को लेकर बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि यह निर्णय प्रधान सचिव और मंत्री ने नहीं देखा होगा। यह जनभावनाओं से जुड़ा मामला है, लंबे समय से स्कूलों में छूटी दी जा रही है। इस तरह से छुट्टियां रद्द करने से जनभावना आहत होती है। छुट्टियों को रद्द करने का कोई औचित्य नहीं है। किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचना चाहिए। लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। मुख्यमंत्री के जानकारी में जैसे ही यह मामला आएगा वह हस्तक्षेप जरूर करेंगे। यह निर्णय नीचे के बाबू के स्तर पर लिया गया है।
सूची में कुछ गड़बड़ी होगी तो सरकार करेगी विचार- राजद
वहीं इस मामले को लेकर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि शिक्षा विभाग द्वारा अवकाश की जो सूची जारी की गई है वह शिक्षा विभाग द्वारा बनाए गए शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत जारी की गई है। अब भारतीय जनता पार्टी के नेता हर क्षेत्र में धर्म की राजनीति से जोड़कर बयानबाजी करने लगते हैं। राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में शिक्षा में सुधार हो, इसके लिए महागठबंधन की सरकार लगातार काम कर रही है। कई ऐसे निर्णय भी लिए गए हैं, जिससे बिहार में शिक्षा में सुधार हो सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा जो निर्णय पिछले दिनों लिया गया था शिक्षकों की मांग पर सरकार ने उस निर्णय को बदला है। यदि इस सूची में भी कुछ गड़बड़ी होगी तो सरकार इस पर भी विचार करेगी। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि शिक्षा के सुधार में यदि भाजपा के नेता धर्म की राजनीति से इसे देखते हैं वह गलत है।
बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव लगातार बिहार में शिक्षा को दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। इसके तहत वो लगातार काम कर रहे हैं। लेकिन 2024 की जारी वार्षिक कैलेंडर के बाद बिहार की सियासत फिर से एक बार गर्म हो गई है।