5462 बेड वाला भारत का सबसे बड़ा अस्पताल बनेगा PMCH, मुख्यमंत्री ने दिए समयसीमा में पूर्ण करने के निर्देश
Saturday, May 03, 2025-08:39 PM (IST)

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल पुनर्विकास परियोजना (फेज-1) के अंतर्गत अस्पताल भवन के टावर (1) एवं (11) में 1117 शैय्या के अस्पताल का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पी.एम.सी.एच.के शताब्दी वर्ष को यादगार बनाने के लिए 22 फीट की प्रतीक स्वरूप निर्मित मूर्ति का भी अनावरण किया। उद्घाटन के पश्चात मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित अस्पताल भवन का निरीक्षण कर मरीजों के लिए उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अस्पताल भवन के ऊपरी तल पर जाकर पी.एम.सी.एच.के आसपास के इलाकों का मुआयना किया एवं एयर एंबुलेंस के उतरने की व्यवस्था की जानकारी ली। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने अस्पताल भवन के 9वें तल जाकर नर्स स्टेशन, स्वच्छ वस्त्र भंडार, विशिष्ट कमरा, अति विशिष्ट कमरा, नर्स कक्ष आदि का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने अस्पताल भवन के तीसरे तल का निरीक्षण कर परामर्श कक्ष, कैंसर जांच कक्ष, बांझपन क्लिनिक, कोल्पोस्कोपी क्रियाविधि कक्ष, मलिन वस्त्र भंडार आदि का मुआयना किया। लोकार्पित अस्पताल भवन के प्रथम तल पर पहुंचकर मुख्यमंत्री ने उपलब्ध कराई गई आपातकालीन सेवाओं एवं सुविधाओं के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि पी.एम.सी.एच. बिहार का पहला अस्पताल है जिसके ऊपरी छत पर सीरियस मरीजों को तत्काल उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु एयर एंबुलेंस के उतरने की व्यवस्था की गई है। पी.एम.सी.एच.तक एंबुलेंस एवं वाहनों के सुचारू परिचालन हेतु इसे जे.पी. गंगा पथ से जोड़ा जा चुका है। इसके अलावा अशोक राजपथ में निर्माणाधीन डबल डेकर रोड से भी पी.एम.सी.एच. को जोड़ा जाएगा ताकि मरीजों को ससमय चिकित्सा सेवा उपल्बध कराई जा सके।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्य में तेजी लाकर पी.एम.सी.एच. के पुनर्विकास परियोजना को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण कराएं। जब यह काम पूरा हो जाएगा तो पी.एम.सी.एच. में मरीजों के लिए 5462 बेड की सुविधा होगी। इसके बन जाने से इलाज हेतु किसी मरीज को मजबूरी में बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार द्वारा पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल को 5462 बेड के अस्पताल एवं 250 नामांकन की क्षमता वाले चिकित्सा महाविद्यालय के रूप में उन्नयन हेतु कुल 5 हजार 540 करोड़ रूपये की लागत राशि पर 06 दिसंबर 2018 को पुनर्विकास परियोजना की स्वीकृति दी गयी है। मुख्यमंत्री द्वारा पी.एम.सी.एच. के पुनर्विकास परियोजना का शिलान्यास 08 फरवरी 2021 को किया गया है। मुख्यमंत्री के द्वारा शुरू से ही कई बार परियोजना कार्य का निरीक्षण कार्य करते हुए मार्गदर्शन प्रदान किया गया है।
27 फरवरी 2024 को मुख्यमंत्री के द्वारा प्रथम चरण के अंतर्गत 550 बेड का छात्रावास, 175 वाहन का मल्टीलेवल कार पार्किंग एवं बाह्य रोगी विभाग (ओ.पी.डी.) एवं ब्लड सेंटर का निर्माण कार्य का उद्घाटन किया गया था।मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार काफी तेजी से कार्य हो रहा है और इसे मार्च, 2027 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। इस परियोजना के पूर्ण होने के उपरांत यह भारत का सबसे बड़ा एवं विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन जायेगा।
इसके अलावा अन्य 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों को भी 2500 बेड का किया जा रहा है। इस क्रम में दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पूर्व से उपलब्ध 1030 बेड के अलावा 330 नये बेड यानी कुल 1380 बेड, अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया में पूर्व से उपलब्ध 444 बेड के अलावा 623 नये बेड यानी कुल 1067 बेड, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, भागलपुर में पूर्व से उपलब्ध 400 बेड के अलावा 810 नये बेड यानी कुल 1210 बेड, श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मुजफ्फरपुर में पूर्व से उपलब्ध 500 बेड के अलावा 705 नये बेड यानी कुल 1205 बेड तथा नालन्दा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पटना में पूर्व से उपलब्ध 400 बेड के अलावा 470 नये बेड यानी कुल 870 बेड की उपलब्धता हो गयी है। शेष बेड के लिए भी कार्य तेजी से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आई.जी.आई.एम.एस., पटना में अलग से 3000 बेड का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जो इसी साल अगस्त में पूरा हो जायेगा। राज्य सरकार द्वारा निर्णय लेकर इस अस्पताल में रोगियों के लिए मुफ्त दवा की व्यवस्था की गयी है तथा विकास के कई काम किये गये हैं। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिह्न भेंटकर स्वागत किया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, सांसद रविशंकर प्रसाद, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पटना प्रमंडल के आयुक्त मयंक बरबड़े, जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार, पी.एम.सी.एच. के अधीक्षक आई.एस. ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, पी.एम.सी.एच. के चिकित्सकगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।