Bihar Politics: 20 साल बाद नीतीश ने छोड़ा गृह विभाग—क्या है पावर शिफ्ट की असली कहानी? पढ़ें पूरी Inside Story

Saturday, Nov 22, 2025-08:03 AM (IST)

Bihar Politics: बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी अंतिम रूप ले चुका है। इस बार सबसे बड़ा बदलाव यह देखा गया कि 20 वर्षों में पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास गृह विभाग (Home Department) नहीं रहेगा। राज्य की कानून-व्यवस्था से जुड़े इस अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी अब डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी को सौंप दी गई है।

सम्राट चौधरी बने बिहार के नए गृह मंत्री, BJP ने दिया बड़ा राजनीतिक मैसेज

गृह विभाग को बीजेपी को सौंपकर पार्टी ने सरकार में अपनी मजबूत स्थिति का स्पष्ट संदेश दे दिया है। अब बिहार के नए गृह मंत्री सम्राट चौधरी होंगे, जो राज्य की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और इंटेलिजेंस सिस्टम को संभालेंगे। विशेषज्ञ इसे बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में नए शक्ति संतुलन की शुरुआत के रूप में देख रहे हैं।

क्यों माना जा रहा यह फैसला राजनीतिक रूप से ऐतिहासिक?

पिछले दो दशकों से गृह विभाग नीतीश कुमार का सबसे महत्वपूर्ण टूल रहा है। इस मंत्रालय के जरिए वे राज्य की ब्यूरोक्रेसी और सुरक्षा तंत्र पर सीधी पकड़ बनाए रखते थे। इसे बीजेपी को दिए जाने के कई राजनीतिक संकेत हैं—

  • गठबंधन में BJP की बढ़ती भूमिका
  • सरकार में शक्ति संतुलन का नया स्वरूप
  • प्रशासनिक ढांचे में संभावित बदलाव

अब बदल सकता है सत्ता का पावर सेंटर

गृह विभाग मिलने के बाद माना जा रहा है कि बिहार प्रशासन का एक बड़ा कंट्रोल अब सम्राट चौधरी के सरकारी आवास से संचालित होगा। अब तक यह कमान सीएम आवास के पास रहती थी। यह केवल विभागों का बंटवारा नहीं बल्कि उपमुख्यमंत्री की बढ़ती राजनीतिक ताकत को भी दर्शाता है।

नीतीश कुमार की नई रणनीति: बोझ कम, साझेदारी ज्यादा

राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि नीतीश कुमार अब रोजमर्रा के प्रशासनिक दबाव से खुद को हल्का करना चाहते हैं और सहयोगी दलों को अधिक जिम्मेदारी देकर कोलिशन मॉडल को मजबूत करना चाहते हैं। सम्राट चौधरी को बड़ा पद मिलने का संकेत पहले ही मिल गया था, जब गृहमंत्री अमित शाह ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था— “इन्हें जिताइए, इन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी।”


 


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Ramanjot

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