प्रो. अरुण कुमार के निधन से बिहार में शोक की लहर, राज्यपाल सहित इन बड़े नेताओं ने जताया शोक

4/16/2021 10:27:31 AM

पटनाः बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति प्रो. अरुण कुमार के निधन से राज्य में शोक की लहर दौड़ गई। राज्यपाल फागू चौहान, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद सहित कई नेताओं ने प्रो. अरुण कुमार के निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त की है।

फागू चैहान ने गुरुवार को अपने शोकोद्गार में कहा कि स्व. प्रो. अरुण बाबू एक लोकप्रिय समाजसेवी, प्रख्यात शिक्षाविद तथा संसदीय मामलों के विशेषज्ञ राजनेता थे। उनके निधन से सामाजिक-राजनीतिक जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा को चिरशांति तथा शोक-संतप्त उनके परिजनों और प्रशंसकों को धैर्य-धारण की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।

वहीं डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने गुरुवार को अपने शोक संदेश में कहा कि स्व. अरुण कुमार एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं सामाजिक सरोकार से जुड़े व्यक्तित्व थे। जुलाई 1984 से लेकर अक्टूबर 1986 के बीच बिहार विधान परिषद के सभापति के रूप में उन्होंने कुशलतापूर्वक योगदान दिया। वे अप्रैल 2006 से अगस्त 2009 की अवधि में भी बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति के रूप में सेवारत रहे। उनके निधन से सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। उप मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिरशांति एवं शोकाकुल परिजनों और उनके प्रशंसकों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

बिहार के कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने शोक उद्गार में कहा कि अरुण बाबू एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं महान समाजसेवी थे। ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें एवं उनके शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने तथा इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव ने अपने शोक संदेश में कहा कि अरुण बाबू संविधान और संसदीय मामलों के विशिष्ट जानकार थे। उन्होंने दलीय राजनीति से ऊपर उठकर जनहित को तवज्जो दिया और सदन में बात रखी। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति पहुंची है।


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Ramanjot

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