चिराग वंशवाद की राजनीति का ज्वलंत उदाहरण, पिता के बिना उनका कोई वजूद नहींः JDU
Tuesday, Oct 06, 2020-04:19 PM (IST)

पटनाः जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि चिराग वंशवाद की राजनीति का ज्वलंत उदाहरण हैं और अपने पिता के बिना उनका कोई वजूद नहीं है।
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद (Rajiv Ranjan Prasad) ने सोमवार को कहा कि लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान अब तक अपने पिता रामविलास पासवान की छत्रछाया में राजनीति करते आए हैं। उनका खुद का कोई वजूद नहीं है। उन्हें राजनीति विरासत में मिली है। जमीनी मुद्दों से उनका कभी कोई सरोकार नहीं रहा है।
प्रसाद ने कहा कि वंशवाद और परिवारवाद पर आधारित राजनीति का यही सबसे बड़ा सच है कि बगैर कुछ किए लोगों की महत्वकांक्षाएं बहुत बढ़ जाती हैं। वह सांसद बने, फिर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए। वह उन्हीं की पार्टी थी और पार्टी ने उन्हें उसका राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया। यह वंशवाद का एक जीवंत उदाहरण है।
गौरतलब है कि विधानसभा का चुनाव जदयू के नेतृत्व में लड़ने से इंकार करे चुकी लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहारवासियों के नाम खुला पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने राज्य के लोगों को सचेत किया है कि जदयू प्रत्याशियों को दिया गया एक भी वोट उनके बच्चों को पलायन करने पर मजबूर कर देगा।