महागठबंधन सरकार में 4 मंत्री पद चाहती है कांग्रेस, लालू से मुलाकात के बाद भक्त चरण दास ने कही ये बात

8/13/2022 5:18:49 PM

नई दिल्ली/पटनाः बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद के बीच कांग्रेस की प्रदेश इकाई के कई वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि इस सरकार में उनकी पार्टी की प्रभावी और सम्माजनक भागीदारी होनी चाहिए। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस के कुछ नेताओं की यह राय भी है कि कांग्रेस इस सरकार में शामिल नहीं हो और बाहर से इसका समर्थन करे। 

अगले कुछ दिनों में होगा मंत्रिमंडल का विस्तार 
गत नौ अगस्त को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को छोड़ कर महागठबंधन का हिस्सा बन गए। नीतीश की अगुवाई वाली नई सरकार में राजद नेता तेजस्वी यादव एक बार फिर से उप मुख्यमंत्री बने हैं। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों के भीतर मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। कांग्रेस के प्रदेश में 19 विधायक हैं और ऐसे में यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि नई सरकार में उसे तीन मंत्री पद मिल सकते हैं, हालांकि कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी कम से कम चार मंत्री पद चाहती है। पार्टी के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने कहा था कि सरकार में कांग्रेस की हिस्सेदारी सम्मानजनक होगी। 

कांग्रेस को मिलने चाहिए 5 मंत्री पदः शकील अहमद
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद की राय है कि सरकार में उनकी पार्टी के मंत्रियों की संख्या पांच तक होनी चाहिए, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सभी घटक दलों के नेता इस बारे में फैसला करेंगे। अहमद ने कहा, ‘‘हम कांग्रेस के नेता हैं, इसलिए चाहते हैं कि हमारी पार्टी को ज्यादा से ज्यादा मंत्री पद मिले। लेकिन जब पार्टियों के नेता बातचीत के लिए बैठते हैं तो कई बिंदुओं को देखकर फैसला होता है...हमें लगता है कि पांच मंत्री पद मिलने चाहिए, लेकिन यह घटक दलों के नेता तय करेंगे।'' उन्होंने यह भी कहा कि सरकार में कांग्रेस की भागीदारी से कार्यकर्ताओं और आम जनता के काम करने में पार्टी को आसानी होगी। 

प्रभावी' भागीदारी होनी चाहिएः अनिल शर्मा 
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को इस सरकार में न सिर्फ सम्मानजनक हिस्सेदारी मिलनी चाहिए, बल्कि ‘प्रभावी' भागीदारी भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी यह भी राय है कि सरकार में पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, मुस्लिम और सवर्ण समुदायों से पांच उप मुख्यमंत्री होने चाहिए, ताकि सामाजिक समरसता दिखे। यह कांग्रेस की मांग नहीं, बल्कि मेरी अपनी सलाह है।''


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ramanjot

Recommended News

Related News

static