प्रथम राज्य पक्षी महोत्सव ‘कलरव’ का CM नीतीश ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया उद्घाटन

1/16/2021 7:28:02 PM

 

पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज जमुई जिले के नागी-नकटी पक्षी आश्रयनी में प्रथम राज्य पक्षी महोत्सव ‘कलरव’ का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा 15 से 17 जनवरी तक चलने वाले इस प्रथम राज्य पक्षी महोत्सव के अवसर पर आयोजित जनसभा में पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को पौधा एवं अंगवस्त्र भेंटकर उनका स्वागत किया।

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जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने प्रतीक चिंह भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने नागी-नकटी पक्षी अभ्यारण्य के काॅफी टेबल बुक का विमोचन किया। उद्घाटन के मौके पर लोक गायिका सुश्री मैथिली ठाकुर ने लोक गीत की प्रस्तुति दी। सजनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य पक्षी महोत्सव के पहली बार आयोजन के लिए वन एवं पर्यावरण विभाग को बधाई दी एवं सभा में उपस्थित लोगों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि आज मुझे यहां आकर काफी खुशी हुई है। पहले हम यहां कभी नहीं आये थे। पर्यावरण के दृष्टिकोण से यह काफी सुन्दर और महत्वपूर्ण जगह है।

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नागी-नकटी पक्षी आश्रयणी में बड़ी संख्या में पक्षी का निवास होता है। सर्दियों के मौसम में विदेशों से काफी तादाद में पक्षी आते हैं। आज हमने नागी डैम में नौका से परिभ्रमण कर एक से एक सुन्दर पक्षी को देखा। राज्य पक्षी महोत्सव का आयोजन पहली बार हुआ है। कुछ दिनों पहले सचिवालय परिसर स्थित तालाब के परिभ्रमण के दौरान बड़ी संख्या में पक्षी को देखने का मौका मिला। नागी-नकटी पक्षी आश्रयणी काफी महत्वपूर्ण जगह है। महाराष्ट्र सहित देश के अलग-अलग जगहों से पक्षी विशेषज्ञ यहां आये हुये हैं, जो पक्षियों के विषय में लोगों को विस्तारपूर्वक जानकारी दे रहे हैं।

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नई पीढ़ी से आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के माध्यम से भी वृक्षारोपण का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। झारखण्ड से अलग होने के बाद बिहार में हरित आवरण मात्र 9 प्रतिशत रह गया था। हमलोगों ने वर्ष 2012 से ही सघन वृक्षारोपण करना प्रारंभ किया, जिसका परिणाम है कि आज बिहार का हरित आवरण बढ़कर 15 प्रतिशत हो गया है। जल का संरक्षण और हरियाली बढ़ाने के लिये वर्ष 2019 से जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के कारण जल और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में काफी जागृति आई है। जल-जीवन-हरियाली अभियान को लेकर 19 जनवरी 2020 को पूरे बिहार में मानव श्रृंखला बनी। मानव श्रृंखला में 5 करोड़ 16 लाख से अधिक लोगाों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर 18 हजार किलोमीटर से भी लंबी मानव श्रृंखला बनाई।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि जल और हरियाली है तभी जीवन सुरक्षित है। वह चाहे मनुष्य का जीवन हो या पशु-पक्षी का। हरियाली को और अधिक बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह के आयोजन से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही पर्यावरण के प्रति नई पीढ़ी में जागृति आयेगी और उनका ज्ञानवर्द्धन भी होगा। इससे पृथ्वी भी संरक्षित होगी। जनसभा में उपस्थित लोगों से आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप इस पक्षी महोत्सव में शामिल हुए हैं। यहां जगह-जगह घूमकर तरह-तरह के पक्षियों को देखिये और पक्षियों को सुरक्षित रखने का संकल्प लीजिये। उन्होंने कहा कि यहां के पर्वतों को देखकर मुझे काफी खुशी हुई है। यहां के पहाड़ 2 करोड़ से लेकर 10 करोड़ साल तक पुराने हैं इसलिए यह पौराणिक और ऐतिहासिक जगह है। नई पीढ़ी को इसके बारे में जानना चाहिए।


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Diksha kanojia

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