Chhath Puja 2025 : महापर्व छठ को लेकर बाजारों में रौनक, खरीदारी के लिए उमड़ी लगी भीड
Friday, Oct 24, 2025-04:00 PM (IST)
Chhath Puja 2025 : लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर बिहार के बाजार में रौनक देखने को मिल रही है। बिहार में लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व कार्तिक छठ को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। शुक्रवार से चार दिवसीय छठ व्रत का अनुष्ठान शुरू हो जाएगा। लोग अभी से ही खरीदारी में जुट गए हैं। शहर में हर तरफ छठ पूजा के सामान की छोटी-बड़ी दुकानें सज गई है।

महापर्व को लेकर शहर में चहल-पहल दिखने लगी है। जिन घरों में छठ होना है, वहां तैयारी शुरू हो चुकी है। छठ महापर्व सभी को एक सूत्र में बांधकर एक कर देता है। पर्व को लेकर घरों में तैयारी जोर-शोर से चल रही है। कोई घर की साफ-सफाई करने में लगा है तो कोई व्रती पूजा के बर्तनों की सफाई करने में। उद्देश्य एक, छठी मइया की कृपा बने रहने का है। पर्व की तैयारियों को लेकर लोगों की खरीददारी होने लगी है, जिससे बाजार में रौनक देखी जा रही है। व्रती नहाय-खाय एवं खरना की तैयारी में लगे हुये हैं। छठ की खरीददारी के लिए राजधानी पटना के बाजार में रौनक आ गयी है।

छठ पूजा की तैयारी को लेकर व्रतियों के घरों काफी खुशी देखी जा रही हैं। राजधानी पटना में छठ पूजा के लिए सूप, दउरा, मिट्टी के चूल्हे, लकड़ी, नारियल आदि की बिक्री शुरू हो गई है। बाजार में खरीदारों की भीड़ उमड़ने लगी है। लोग सूप, डाला, नारियल, मिट्टी के चूल्हे, आम की लकड़ी आदि समेत अन्य सामान खरीद रहे हैं। कदमकुआं, पीरमुहानी, कंकड़बाग, मीठापुर, बोरिंग रोड, बेली रोड, राजापुर पुल, पुलिस लाइन, चिरैयाटाड़ पुल, आर ब्लॉक, जीपीओ गोलंबर, राजीव नगर, पाटलिपुत्र कॉलोनी इलाकों में छठ पूजा से संबंधित सामान की दुकानें लग गई हैं।छठ पूजा के लिए , पीतल एवं बांस के सूप, दउरा, साड़ी, गन्ना,नारियल, फल सहित पूजा के हर छोटे-छोटे सामानों की खरीददारी तेज हो गई है।

छठ पूजा को लेकर खासकर व्रतियों ने नई साड़ी की खरीदारी शुरू कर दी है। पूजा में साड़ी छठ मइया को चढ़ायी जाती है और पूजा करने वाली महिला भी नयी साड़ी में ही पूजा करती हैं। इसलिए, इस समय साड़ी की दुकानों पर भीड़ लगी हुई है। चूड़ी, बिंदी सहित महिलाओं के साज-सज्जा की दूकानों पर भी लोगों की भीड़ देखी जा रही है। वहीं छठ पूजा करने वाले पुरुष श्रद्धालु नए धोती की खरीदारी करते है। छठ में टीका एवं नथिया के साथ-साथ बिछिया एवं चांदी के पायल भी बिक रहे हैं।

