कांग्रेस के मुस्लिम कार्ड पर BJP बोली- विधायक दल का नेता चाहे किसी को बनाए उससे कोई फर्क नहीं पड़ता

6/4/2023 4:12:38 PM

पटना (अभिषेक कुमार सिंह): कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के जीत का श्रेय मुस्लिम वोटरों को जाता है। उसके बाद कांग्रेस फिर से मुस्लिम वोटरों को अपने पाले में करने के लिए सक्रिय हो गया है। हाल ही अमेरिकी दौरे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इंडियन मुस्लिम लीग को सेक्यूलर पार्टी कहा। वहीं अब बिहार में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में शकील अहमद को विधायक दल का नेता बनाया गया। कांग्रेस का यह कदम कम से कम इस बात को और पुख्ता कर रहा है कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। 

कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को ऐसा लग रहा है कि उनकी पार्टी को खतरा बीजेपी से कही ज्यादा क्षेत्रीय दलों से है। इस मुद्दे पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यहां हिन्दू और मुस्लिम का सवाल नहीं है। हर पार्टी अपने संगठन के मजबूती के लिए एक नेता का चुनाव करती है। महागठबंधन में सभी पार्टियां धर्मनिरपेक्ष हैं। कांग्रेस के मुस्लिम कार्ड पर भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस विधायक दल का नेता चाहे किसी को बनाए उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। कांग्रेस बिहार में राजद की पिछलग्गू पार्टी है। कांग्रेस के लिए तभी बेहतर होगा जब वो राहुल गांधी के जगह कोई दूसरा विकल्प खोजे।

हालांकि कर्नाटक की जीत के बाद कांग्रेस को ऐसा लग रहा है कि उनसे जो वोट बैंक छिटक गया था। उसको अगर एक बार फिर से अपने पाले में कर लिया जाए तो इसका सीधा फायदा लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है। कांग्रेस का अगर यह समीकरण काम कर गया तो हो न हो 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एकला चलो की राह पर चल पड़ेगी और ऐसे में इसका सीधा नुकसान अलग-अलग राज्यों में छोटी राजनीतिक पार्टियों को होगा। क्योंकि कांग्रेस के पास जो मुस्लिम वोट बैंक पहले था वह कहीं न कहीं अभी अन्य छोटे-छोटे दलों के पास बंट चुका है। लेकिन जिस प्रकार से कर्नाटका में JDS से मुस्लिम वोट बैंक टूटकर कांग्रेस के पाले में आया उससे कांग्रेस की उम्मीद जगी है। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ramanjot

Recommended News

Related News

static