Hasanpur Assembly Seat: हसनपुर विधानसभा सीट पर क्या फिर चलेगा तेजप्रताप यादव का जलवा? ।। Bihar Election 2025
Friday, May 09, 2025-06:02 PM (IST)
Hasanpur Assembly Seat: हसनपुर विधानसभा सीट खगड़िया लोकसभा के तहत आता है। हसनपुर सीट की गिनती बिहार के सबसे हॉट सीट में हो रही है क्योंकि इस सीट से तेजप्रताप यादव विधायक हैं। हसनपुर सीट (Hasanpur Assembly Seat) पर हुए विधानसभा चुनाव के इतिहास पर अगर नजर डालते हैं तो पता चलता है कि यहां 1967 में हुए पहले चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट गजेंद्र प्रसाद हिमांशु विजेता बनकर निकले थे। इसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अलग अलग पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करते रहे। 1969 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर गजेंद्र प्रसाद हिमांशु ने जीत हासिल किया था। वहीं 1972 में भी गजेंद्र प्रसाद हिमांशु ने एसओपी के कैंडिडेट के तौर पर एक बार फिर हसनपुर के जनता का भरोसा हासिल कर लिया था।
1977 और 1980 में हुए विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर गजेंद्र प्रसाद हिमांशु ने लगातार जीत हासिल की थी। हालांकि 1985 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट के तौर पर राजेंद्र प्रसाद यादव ने गजेंद्र प्रसाद हिमांशु की जीत का सिलसिला तोड़ दिया था लेकिन 1990 के चुनाव में जनता दल के कैंडिडेट के तौर पर गजेंद्र प्रसाद हिमांशु ने फिर से चुनाव में जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। वहीं 1995 के चुनाव में जनता दल के कैंडिडेट के तौर पर सुनील कुमार पुष्पम ने हसनपुर में जीत का परचम लहराया था। 2000 के चुनाव में जेडीयू के कैंडिडेट के तौर पर गजेंद्र प्रसाद हिमांशु ने जनता का भरोसा हासिल किया था। 2005 में यहां से आरजेडी की टिकट पर सुनील कुमार पुष्पम ने हसनपुर में विरोधिय़ों को शिकस्त दे दिया था। वहीं 2010 और 2015 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू के कैंडिडेट राजकुमार राय ने हसनपुर में जीत हासिल किया था लेकिन 2020 के चुनाव में लालू यादव के बेटे तेजप्रताप यादव ने विरोधियों को करारी शिकस्त दे दिया था।
एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में हसनपुर सीट (Hasanpur Assembly Seat) पर आरजेडी के दिग्गज नेता तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने जीत हासिल की थी। तेजप्रताप यादव को 80 हजार नौ सौ 91 वोट मिला था तो जेडीयू उम्मीदवार राजकुमार राय को 59 हजार आठ सौ 52 वोट मिला था। इस तरह से तेजप्रताप यादव ने राजकुमार राय को 21 हजार एक सौ 39 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं जाप कैंडिडेट अर्जुन प्रसाद यादव 9 हजार आठ सौ 82 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में हसनपुर सीट (Hasanpur Assembly Seat) से जेडीयू कैंडिडेट राजकुमार राय ने जीत हासिल की थी। राजकुमार राय को 63 हजार 94 वोट मिला था तो बीएलसेपी कैंडिडेट विनोद चौधरी को 33 हजार चार सौ 94 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से राजकुमार राय ने विनोद चौधरी को 29 हजार छह सौ वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं जाप कैंडिडेट सुनील कुमार पुष्पम, 19 हजार सात सौ 56 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में हसनपुर सीट (Hasanpur Assembly Seat) से जेडीयू उम्मीदवार राजकुमार राय ने जीत हासिल की थी। राजकुमार राय को 36 हजार सात सौ 67 वोट मिला था तो आरजेडी कैंडिडेट सुनील कुमार पुष्पम को 33 हजार चार सौ 76 वोट मिला था। इस तरह से राजकुमार राय ने सुनील कुमार पुष्पम को 3 हजार दो सौ 91 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट अर्जुन प्रसाद यादव, 11 हजार चार सौ 79 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में हसनपुर सीट (Hasanpur Assembly Seat) से आरजेडी कैंडिडेट सुनील कुमार पुष्पम ने जीत हासिल की थी। सुनील कुमार पुष्पम को 31 हजार पांच सौ 53 वोट मिला था तो एलजेपी कैंडिडेट रामनारायण मंडल को 24 हजार एक सौ 15 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से सुनील कुमार पुष्पम ने रामनारायण मंडल को सात हजार चार सौ 38 वोट से हरा दिया था। वहीं जेडीयू कैंडिडेट गजेंद्र प्रसाद हिमांशु, 17 हजार दो सौ 11 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।
वहीं हसनपुर सीट पर सबसे ज्यादा प्रभाव यादव और मुस्लिम वोटरों का है। इसके अलावा अति पिछड़ा, रविदास और पासवान वोटर भी चुनावी नतीजों को तय करने में निर्णायक भूमिका अदा करते हैं। तेजप्रताप यादव अगर यहां से चुनाव लड़ेंगे तो फिर से उनकी जीत तय है।