Saharsa Assembly Seat: क्या सहरसा विधानसभा सीट पर कायम रहेगा बीजेपी का जलवा?।। Bihar Election 2025
Friday, May 23, 2025-05:00 PM (IST)
Saharsa Assembly Seat: बिहार का सहरसा विधानसभा सीट मधेपुरा लोकसभा के तहत आता है। 1957 में सहरसा सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट विश्वेश्वरी देवी ने जीत हासिल की थी। 1962 के चुनाव में भी सहरसा सीट से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट रमेश झा ने जीत हासिल कर लिया था। 1967,1969और 1972 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट रमेश चंद्र झा ने लगातार तीन बार सहरसा सीट पर जीत हासिल की थी। वहीं 1977 के चुनाव में सहरसा सीट से शंकर प्रसाद टेकरीवाल ने जनता का समर्थन हासिल किया था। 1980 के चुनाव में सहरसा सीट से कांग्रेस के टिकट पर एक बार फिर से रमेश झा ने जीत दर्ज कर लिया था। वहीं 1985 में कांग्रेसी कैंडिडेट सतीश चंद्र झा ने सहरसा सीट से जनता का समर्थन हासिल किया था। 1990 और 1995 के चुनाव में सहरसा सीट से जनता दल के कैंडिडेट शंकर प्रसाद टेकरीवाल ने विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। वहीं 2000 के चुनाव में सहरसा सीट पर हुए चुनाव में एक बार फिर शंकर प्रसाद टेकरीवाल ने आरजेडी की टिकट पर जीत हासिल कर लिया था। 2005 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर संजीव कुमार झा ने विरोधियों को सहरसा सीट पर मात दे दिया था। वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कैंडिडेट आलोक रंजन ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था....2015 के चुनाव में सहरसा सीट से आरजेडी के कैंडिडेट अरुण कुमार ने जीत हासिल कर लिया था....लेकिन 2020 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार आलोक रंजन ने यहां बाजी पलट दी थी। इस बार भी सहरसा विधानसभा सीट पर बीजेपी और आरजेडी में कड़ा मुकाबला होगा।
Saharsa Assembly Seat Result 2020 ।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव में सहरसा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार आलोक रंजन ने जीत का परचम लहराया था। आलोक रंजन, एक लाख तीन हजार पांच सौ 38 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो आरजेडी कैंडिडेट लवली आनंद ने 83 हजार आठ सौ 59 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से आलोक रंजन ने लवली आनंद को 19 हजार छह सौ 79 वोट के बड़े मार्जिन से हराया था तो निर्दलीय उम्मीदवार किशोर कुमार 12 हजार पांच सौ 92 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Saharsa Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं, 2015 के विधानसभा चुनाव में सहरसा सीट से आरजेडी कैंडिडेट अरुण कुमार ने जीत हासिल की थी। अरुण कुमार ने चुनाव में एक लाख दो हजार आठ सौ 50 वोट हासिल किया था तो बीजेपी कैंडिडेट आलोक रंजन को 63 हजार छह सौ 44 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से अरुण कुमार ने आलोक रंजन को 39 हजार दो सौ छह वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं जाप कैंडिडेट संजना देवी 6 हजार छह सौ 18 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहीं थीं।
Saharsa Assembly Seat Result 2010 ।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में सहरसा सीट से बीजेपी के कैंडिडेट आलोक रंजन ने जीत हासिल की थी। आलोक रंजन ने चुनाव में 55 हजार छह सौ 87 वोट हासिल किया था तो आरजेडी कैंडिडेट अरुण कुमार ने 47 हजार सात सौ आठ वोट हासिल किया था। इस तरह से आलोक रंजन ने अरुण कुमार को 7 हजार नौ सौ 79 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट किशोर कुमार ने 14 हजार नौ सौ आठ वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
Saharsa Assembly Seat Result 2005 ।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में सहरसा सीट से बीजेपी की टिकट पर संजीव कुमार झा ने जीत हासिल की थी। संजीव कुमार झा 40 हजार आठ सौ 16 वोट हासिल किया था तो आरजेडी कैंडिडेट अब्दुल गफूर को 34 हजार छह सौ 57 वोट मिला था। इस तरह से संजीव कुमार झा ने अब्दुल गफूर को 6 हजार एक सौ 59 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं एसपी कैंडिडेट शंकर प्रसाद टेकरीवाल ने 12 हजार पांच सौ 88 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
सहरसा विधानसभा सीट पर यादव, ब्राह्मण और मुस्लिम वोटरों का दबदबा रहता है। हालांकि राजपूत, कोइरी, कुर्मी, रविदास, पासवान वोटर भी यहां अच्छी संख्या में हैं। शहरी इलाके की वजह से इस सीट पर पिछले चार विधानसभा चुनावों में तीन बार बीजेपी कैंडिडेट की जीत हुई है। इसलिए 2025 के विधानसभा चुनाव में भी यहां बीजेपी उम्मीदवार का पलड़ा भारी नजर आता है।