Riga Assembly Seat: रीगा सीट पर बीजेपी लीडर मोतीलाल प्रसाद क्या फिर हासिल कर पाएंगे जीत?।। Bihar Election 2025
Saturday, Jun 28, 2025-04:12 PM (IST)
Riga Assembly Seat: बिहार के दो सौ 43 विधानसभा सीटों में से एक रीगा विधानसभा सीट भी है.....यह विधानसभा सीट सीतामढ़ी जिले में स्थित है। इस सीट पहली बार 2010 में चुनाव हुए थे,जिसमें बीजेपी कैंडिडेट मोती लाल प्रसाद विधायक चुने गए थे। 2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अमित कुमार ने यहां से जीत दर्ज की थी, लेकिन 2020 के चुनाव में रीगा सीट पर बीजेपी कैंडिडेट मोती लाल प्रसाद ने जीत हासिल की थी। इस बार भी बीजेपी रीगा सीट से मोती लाल प्रसाद को ही चुनावी मैदान में उतार सकती है।
Riga Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार मोतीलाल प्रसाद ने जीत हासिल की थी। मोती लाल प्रसाद को 95 हजार दो सौ 26 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट अमित कुमार को 62 हजार सात सौ 31 वोट मिले थे। इस तरह से मोती प्रसाद ने अमित कुमार को 32 हजार चार सौ 95 वोट के बड़े मार्जिन से मात दिया था। वहीं बीएसपी उम्मीदवार मुन्नी सिंह 4 हजार दो सौ 55 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहीं थीं।
Riga Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में रीगा सीट पर कांग्रेस कैंडिडेट अमित कुमार ने जीत हासिल की थी। अमित कुमार ने बीजेपी उम्मीदवार मोतीलाल प्रसाद को 20 हजार आठ सौ 56 वोटों के मार्जिन से हराया था। अमित कुमार को कुल 79 हजार दो सौ 17 वोट मिले थे। जबकि दूसरे नंबर पर रहे मोती लाल प्रसाद को कुल 79 हजार दो सौ 17 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे सीपीआई कैंडिडेट अतुल बिहारी मिश्रा को मात्र 4 हजार दो सौ 62 वोट मिले थे।
Riga Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में रीगा में बीजेपी कैंडिडेट मोती लाल प्रसाद ने जीत हासिल की थी। मोती लाल प्रसाद ने कांग्रेस कैंडिडेट अमित कुमार को कुल 22 हजार तीन सौ 27 वोटों के मार्जिन से हराया था। मोतीलाल प्रसाद को कुल 48 हजार छह सौ 33 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे अमित कुमार को कुल 26 हजार तीन सौ छह वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहीं लोजपा कैंडिडेट नगीना देवी को कुल 18 हजार पांच सौ 62 वोट मिले थे।
रीगा विधानसभा सीट पर यादव, राजपूत और ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। इसके अलावा यहां कोइरी जाति के वोटरों की भी अच्छी खासी तादाद है। जातीय समीकरण के लिहाज से रीगा पर एनडीए उम्मीदवार की स्थिति मजबूत नजर आती है। वहीं रीगा चीनी मिल का उद्घाटन होने से भी एनडीए कैंडिडेट को इस बार सियासी फायदा मिल सकता है। इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा कि रीगा सीट पर महागठबंधन को इस चुनाव में कड़े मुकाबले का सामना कर सकता है।