Kargahar Assembly Seat: करगहर सीट बचाना कांग्रेस के लिए नहीं होगा आसन II Bihar Election 2025
Thursday, Aug 07, 2025-04:35 PM (IST)
Kargahar Assembly Seat: करगहर विधानसभा सीट रोहतास जिले में स्थित है। यह विधानसभा क्षेत्र सासाराम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह सीट साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर पहली बार साल 2010 में विधानसभा के चुनाव हुए और जेडीयू कैंडिडेट रामधनी सिंह को जीत मिली थी। साल 2015 में भी यह सीट पर एक बार फिर से जेडीयू के खाते में ही गई और वशिष्ठ सिंह विधायक चुने गए थे लेकिन 2020 के चुनाव में कांग्रेसी उम्मीदवार संतोष कुमार मिश्रा ने यहां बाजी पलट दी थी।
एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के चुनाव में करगहर सीट पर कांग्रेसी कैंडिडेट संतोष कुमार मिश्रा ने जीत हासिल की थी। संतोष कुमार मिश्रा को 59 हजार सात सौ 63 वोट मिला था जबकि जेडीयू कैंडिडेट बशिष्ठ सिंह 55 हजार छह सौ 80 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से संतोष कुमार मिश्रा ने बशिष्ठ सिंह को चार हजार 83 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं बीएसपी कैंडिडेट उदय प्रताप सिंह 47 हजार तीन सौ 21 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में करगहर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट वशिष्ठ सिंह ने जीत हासिल की थी। वशिष्ठ सिंह ने वीरेंद्र कुमार सिंह को 12 हजार नौ सौ सात वोटों के अंतर से हराया था।वशिष्ठ सिंह को कुल 57 हजार 18 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे वीरेंद्र कुमार सिंह को कुल 44 हजार एक सौ 11 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय कैंडिडेट आलोक कुमार सिंह को कुल 27 हजार चार सौ 54 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
वहीं 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में करगहर सीट पर जेडीयू कैंडिडेट रामधनी सिंह ने जीत हासिल की थी। रामधनी सिंह ने लोजपा कैंडिडेट शिव शंकर सिंह को 13 हजार एक सौ 97 वोटों के अंतर से हराया था। रामधनी सिंह को कुल 54 हजार एक सौ 90 वोट मिला था जबकि दूसरे नंबर पर रहे शिव शंकर सिंह को कुल 40 हजार नौ सौ 93 वोट ही मिल पाया था तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेसी कैंडिडेट आलोक कुमार सिंह को कुल 21 हजार दो सौ 92 वोट मिले थे।
2024 के लोकसभा चुनाव में करगहर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने कांग्रेस पर तीन हजार 35 वोट की लीड बनाई थी। करगहर विधानसभा सीट पर कुर्मी और कोइरी वोटरों की निर्णायक भूमिका है। इसके अलावा यादव,रविदास और अति पिछड़े वोटरों की भी अच्छी खासी संख्या है। 2024 के चुनाव को आधार मानें तो इस बार करगहर सीट कांग्रेस के हाथ से फिसल सकती है।