क्या Dhanbad लोकसभा सीट पर फिर से कब्जा कर लेगी BJP, लगातार 3 बार धनबाद सीट पर लहरा चुका है भगवा परचम

3/27/2024 12:48:29 PM

धनबाद: धनबाद लोकसभा सीट को बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है। 2009, 2014 और 2019 में धनबाद सीट से बीजेपी की टिकट पर पशुपतिनाथ सिंह ने जीत हासिल की है, लेकिन 2024 में बीजेपी को झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के गठबंधन से कड़ी टक्कर मिल रही है। इसलिए ये देखना अहम होगा कि 2024 में धनबाद सीट पर आखिर किस पार्टी को जीत मिलेगी। झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से एक धनबाद लोकसभा सीट है। साल 2000 तक धनबाद भी बिहार का ही एक हिस्सा हुआ करता था। आपको बता दें कि धनबाद कोयले की खानों के लिये मशहूर है। इसीलिए इस पूरे क्षेत्र को कोयलांचल भी कहा जाता है। बराकर नदी के तट पर बसा यह क्षेत्र प्राकृतिक रूप से भी बेहद खूबसूरत है। इस नदी पर बना मैथन बांध पर्यटकों का पसंदीदा जगह तो है ही। यहां मां कल्यानेश्वरी का मंदिर भी है जहां बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने के लिए दूर-दूर से आते हैं। साथ ही तोपचांची झील भी पर्यटकों को उतना ही आकर्षित करती है तो वहीं दामोदर नदी में स्थित पंचेत बांध लोगों के लिए पर्यटन का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। 

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अब बात करते हैं धनबाद लोकसभा सीट के राजनीतिक इतिहास की तो इस सीट पर 1951 और 1957 में हुए चुनाव में कांग्रेस के पीसी बोस जीतने में कामयाब रहे जबकि 1962 में भी कांग्रेस के ही टिकट पर पीआर चक्रवर्ती चुनाव जीते। 1967 में निर्दलीय प्रत्याशी रानी ललिता राज्य लक्ष्मी चुनाव जीतीं।1971 में फिर इस सीट पर कांग्रेस ने वापसी की और राम नारायण शर्मा चुनाव जीते। 1977 में इस सीट पर कम्यूनिस्ट पार्टी ने पहली बार कब्जा जमाया और एके रॉय चुनाव जीतने में सफल रहे। 1980 में भी इस सीट पर एके रॉय ही चुनाव जीते। 1984 में यह सीट फिर से कांग्रेस के खाते में गई और शंकर दयाल सिंह जीते तो 1989 का में फिर से कम्यूनिस्ट पार्टी के टिकट पर एके रॉय ही चुनाव जीते। 1991 में पहली बार इस सीट पर पर बीजेपी का खाता खुला और रीता वर्मा सांसद बनीं और इसके बाद 1991, 1996, 1998 और 1999 तक लगातार सांसद रहीं। 2004 में कांग्रेस के चंद्र शेखर दूबे सांसद चुने गए जबकि 2009 और 2014 में इस सीट पर बीजेपी का कमल खिला और पशुपति नाथ सिंह चुनाव जीते। 2019 में भी बीजेपी की टिकट पर पशुपति नाथ सिंह ने ही जीत हासिल की जबकि उनके खिलाफ कांग्रेस ने कीर्ति झा आजाद को मैदान में उतारा था। गौरतलब है कि धनबाद लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें से धनबाद जिले की सिन्दरी, निरसा, धनबाद, झरिया और बोकारो जिले की  बोकारो और चन्दनकियारी विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।

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एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट पशुपतिनाथ सिंह ने जीत हासिल की। पशुपतिनाथ सिंह को 8 लाख 27 हजार 234 वोट हासिल किए। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट कीर्ति आजाद ने 3 लाख 41 हजार 40 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया तो निर्दलीय कैंडिडेट राजेश कुमार सिंह ने 11 हजार 110 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया। 

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एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के पशुपतिनाथ सिंह को 5 लाख 43 हजार 491 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के अजय कुमार दुबे 2 लाख 50 हजार 537 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं MCO के आनंद महतो 1 लाख 10 हजार 185 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

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एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो भारतीय जनता पार्टी के पशुपतिनाथ सिंह ने 2 लाख 60 हजार 521 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं कांग्रेस के चंद्रशेखर दुबे 2 लाख 2 हजार 474 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि बीएसपी  के समरेश सिंह  को 1 लाख 32 हजार 445 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

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एक नजर 2004 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो कांग्रेस के चंद्रशेखर दुबे ने 3 लाख 55 हजार 499 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं भारतीय जनता पार्टी की रीता वर्मा 2 लाख 36 हजार 121 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहीं थी जबकि MCO के एके रॉय को 1 लाख 47 हजार 470 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

2009, 2014 और 2019 में धनबाद सीट से बीजेपी की टिकट पर पशुपतिनाथ सिंह ने जीत हासिल की है। 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर बीजेपी के सामने अपनी बढ़त कायम रखना एक बड़ी चुनौती साबित होगी।

 


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Content Editor

Khushi

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