Kanti Assembly Seat: कांटी विधानसभा सीट पर कौन देगा इजरायल मंसूरी को टक्कर?।। Bihar Election 2025
Sunday, Jun 01, 2025-06:13 PM (IST)
Kanti Assembly Seat: कांटी विधानसभा सीट वैशाली लोकसभा के तहत आता है........1951 में ही कांटी सीट अस्तित्व में आया था…...1951,1957 और 1962 में इस सीट पर हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट यमुना प्रसाद त्रिपाठी ने लगातार जीत हासिल की थी। 1967 में कांटी में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट एम पी सिन्हा ने विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। 1969 में कांटी सीट से एलटीसी की टिकट पर हरिहर प्रसाद शाही ने विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। 1972 के कांग्रेसी कैंडिडेट शंभु शरण ठाकुर ने कांटी में हुए विधानसभा चुनाव में जीत का परचम लहराया था। 1977 में जेएनपी की टिकट पर यहां से ठाकुर प्रसाद सिंह ने विरोधियों को बुरी तरह हरा दिया था। 1980 और 1985 में एसयूसी के कैंडिडेट नलिनी रंजन सिंह ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। 1990 में जनता दल की टिकट पर नलिनी रंजन सिंह ने एक बार फिर जनता का भरोसा जीत लिया था। वहीं 1995 में मुफ्ती मोहम्मद कासिम ने जनता दल की टिकट पर कांटी में विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। 2000 के चुनाव में कांटी से गुलाम जिलानी वारसी ने आरजेडी की टिकट पर जीत हासिल की थी। वहीं 2005 और 2010 के विधानसभा चुनाव में कांटी सीट से अजित कुमार ने जीत हासिल की थी। वहीं 2015 में निर्दलीय कैंडिडेट अशोक कुमार चौधरी ने कांटी सीट से जनता का समर्थन हासिल करने में कामयाबी हासिल कर ली थी। 2020 में आरजेडी कैंडिडेट मोहम्मद इजरायल मंसूरी ने विरोधियों को मात दे दिया था। इस बार भी मंसूरी ही एनडीए के कैंडिडेट को टक्कर दे सकते हैं।
Kanti Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में कांटी विधानसभा सीट पर आरजेडी उम्मीदवार मोहम्मद इजरायल मंसूरी ने जीत का परचम लहराया था। मोहम्मद इजरायल मंसूरी को 64 हजार चार सौ 58 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो निर्दलीय कैंडिडेट अजित कुमार 54 हजार एक सौ 44 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से मोहम्मद इजरायल मंसूरी ने अजित कुमार को 10 हजार तीन सौ 14 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं जेडीयू उम्मीदवार मोहम्मद जमाल 25 हजार आठ सौ 91 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Kanti Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो......साल 2015 के विधानसभा चुनाव में कांटी सीट से निर्दलीय कैंडिडेट अशोक कुमार चौधरी ने जीत हासिल की थी। अशोक कुमार चौधरी ने चुनाव में 58 हजार 111 वोट हासिल किया था। वहीं हम कैंडिडेट अजित कुमार को 48 हजार 836 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से अशोक कुमार चौधरी ने अजित कुमार को 9 हजार 275 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं आरजेडी कैंडिडेट मोहम्मद परवेज आलम, 47 हजार 50 वोट तीसरे स्थान पर रहे थे।
Kanti Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव में कांटी सीट से जेडीयू की टिकट पर अजित कुमार ने जीत हासिल की थी। अजित कुमार ने चुनाव में 39 हजार 648 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी कैंडिडेट मोहम्मद इजरायल ने 31 हजार 233 वोट हासिल किया था। इस तरह से अजित कुमार ने मोहम्मद इजरायल को 8 हजार 415 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट अशोक कुमार चौधरी, 29 हजार 768 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Kanti Assembly Seat Result 2005।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव में कांटी सीट से जेडीयू की टिकट पर अजित कुमार ने जीत हासिल की थी। अजित कुमार ने चुनाव में 38 हजार 294 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी कैंडिडेट हैदर आजाद को 28 हजार 91 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से अजित कुमार ने हैदर आजाद को 10 हजार 203 वोट से हरा दिया था। वहीं एसपी कैंडिडेट मोहम्मद जमाल, 16 हजार 630 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।
कांटी विधानसभा सीट को नतीजे तय करने में मुस्लिम, भूमिहार और पासवान वोटरों की अहम भूमिका है। हालांकि यहां यादव, कुर्मी, कोइरी और राजपूत मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है। इस बार जेडीयू को ऐसा कैंडिडेट चुनना होगा जो इजरायल मंसूरी को हराने की ताकत रख सके। पिछली बार निर्दलीय उम्मीदवार ने भी जेडीयू कैंडिडेट को पीछे छोड़ दिया था.....इसलिए इस बार जेडीयू आलाकमान को कांटी सीट पर अपने पत्ते बहुत समझदारी से खेलने होंगे।