बिहार: बालिका शिक्षा प्रोत्साहन पर जोर, हर जिले में जननायक कर्पूरी ठाकुर बालिका छात्रावास का प्रस्ताव
Thursday, Feb 27, 2025-07:12 PM (IST)
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पटना: बिहार सरकार बालिका शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, बिहार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। अब राज्य के हर जिले में ‘जननायक कर्पूरी ठाकुर बालिका छात्रावास’ की स्थापना की जाएगी, जिससे पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग समुदाय की बेटियों को सुरक्षित और सुविधाजनक आवासीय व्यवस्था मिलेगी।
पहले चरण में राज्य के 9 प्रमंडलों में प्रत्येक प्रमंडल में 100 सीटों वाले एक-एक छात्रावास के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके लिए भवन निर्माण विभाग, बिहार को पत्र लिखकर प्राक्कलन भेजने का अनुरोध किया गया है।
हर जिले में छात्राओं को मिलेगा सुरक्षित आवास
वर्तमान में पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा 36 जिलों में जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास और 20 जिलों में 23 अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास संचालित किए जा रहे हैं। हालांकि, अब सरकार ने बालिका शिक्षा को और अधिक सशक्त बनाने के लिए प्रत्येक जिले में 100 सीटों वाले छात्रावास के निर्माण का लक्ष्य रखा है।
गरीब और ग्रामीण छात्राओं के लिए वरदान
ग्रामीण परिवेश से आने वाली कई छात्राएँ शिक्षा के लिए शहरों में जाती हैं, लेकिन उन्हें सुरक्षित और सस्ती आवासीय सुविधा नहीं मिलने के कारण पढ़ाई में दिक्कत होती है। निजी हॉस्टलों का खर्च वहन करना कई गरीब परिवारों के लिए कठिन होता है। इस समस्या को दूर करने के लिए बिहार सरकार ने ‘जननायक कर्पूरी ठाकुर बालिका छात्रावास’ की स्थापना का निर्णय लिया है।
बालिका शिक्षा को नई दिशा, समाज में आएगा सकारात्मक बदलाव
यह योजना बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और समाज में लैंगिक समानता स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगी। सुरक्षित और सुविधाजनक छात्रावासों की उपलब्धता से बेटियाँ बिना किसी बाधा के उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगी। यह पहल न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी, बल्कि राज्य के विकास में भी अहम योगदान देगी।
बिहार सरकार का संकल्प: हर बेटी को शिक्षा, सुरक्षा और सफलता
सरकार का मानना है कि शिक्षा हर बालिका का अधिकार है और इसे सुलभ बनाने के लिए ठोस कदम उठाना आवश्यक है। इस योजना के तहत बिहार की बेटियों को सुरक्षित शिक्षा का अवसर मिलेगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगी और अपने सपनों को पूरा कर सकेंगी।