15 सितंबर को पीएम मोदी का बिहार दौरा, 36,000 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन; पूर्णिया को मिलेगा हवाईअड्डा

Saturday, Sep 13, 2025-01:04 PM (IST)

पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को बिहार के पूर्णिया जिले का दौरा करेंगे और एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे और बहुप्रतीक्षित पूर्णिया हवाई अड्डे सहित लगभग 36,000 करोड़ रुपए की कई प्रमुख विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इस हवाईअड्डे के उद्घाटन के साथ, पटना, गया और दरभंगा के बाद बिहार का चौथा चालू वाणिज्यिक हवाई अड्डा बन जाएगा। 

नई रेल सेवाओं को दिखाएंगे हरी झंडी 

प्रधानमंत्री पूर्णिया हवाई अड्डे के नए सिविल एन्क्लेव में अंतरिम टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे, जिससे पूर्वोत्तर बिहार में यात्री संचालन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। अपनी सरकार के बेहतर कनेक्टिविटी पर ध्यान केंद्रित करने के अनुरूप, प्रधानमंत्री कई रेल परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिनमें बिक्रमशिला-कटराहा रेल लाइन (2,170 करोड़ रुपये) का शिलान्यास भी शामिल है, जो सीमांचल और भागलपुर क्षेत्रों में सीधा रेल संपर्क प्रदान करेगी। वह अररिया-गलगलिया (ठाकुरगंज) रेल लाइन (4,410 करोड़ रुपये) का भी उद्घाटन करेंगे और जोगबनी और दानापुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस, और सहरसा-छेहरटा (अमृतसर) तथा जोगबनी-इरोड के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस सहित नई रेल सेवाओं को हरी झंडी दिखाएंगे। 

राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का भी करेंगे शुभारंभ

ये सेवाएं अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, वैशाली और पटना जैसे जिलों में पहुंच और एकीकरण में सुधार लाएंगी, साथ ही बिहार को पंजाब और तमिलनाडु से जोड़ेंगी। प्रधानमंत्री बिहार में राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का भी शुभारंभ करेंगे, जिसका उद्देश्य उत्पादन को बढ़ावा देना, नई तकनीक विकसित करना, कटाई के बाद के प्रबंधन को मजबूत करना और निर्यात एवं ब्रांडिंग को बढ़ावा देना है। बिहार, जो भारत के कुल मखाना उत्पादन में लगभग 90 प्रतिशत का योगदान देता है, को इस बोर्ड से काफी लाभ होगा। राज्य के मखाना उत्पादक जिलों मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, सहरसा, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, किशनगंज और अररिया को सीधे लाभ मिलने की उम्मीद है। 

बिहार में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा निवेश होगा

प्रमुख परियोजनाओं में, प्रधानमंत्री मोदी भागलपुर के पीरपैंती में 3x800 मेगावाट की ताप विद्युत परियोजना की आधारशिला रखेंगे, जो बिहार में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा 25,000 करोड़ रुपए का निवेश होगा। अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल, कम उत्सर्जन वाली तकनीक पर आधारित यह परियोजना राज्य की बिजली आपूर्ति और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देगी। वह 2,680 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली कोसी-मेची अंतर-राज्यीय नदी संपर्क परियोजना के पहले चरण का भी शुभारंभ करेंगे, जिसमें नहरों के उन्नयन, गाद निकालने, पुनर्निर्माण और क्षमता वृद्धि पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य पूर्वोत्तर बिहार में सिंचाई में सुधार, बाढ़ नियंत्रण और कृषि क्षमता को मजबूत करना है। 

पशुपालकों का आर्थिक तनाव कम होगा 

प्रधानमंत्री मोदी पूर्णिया में एक सेक्स-सॉर्टेड सीमेन सुविधा केंद्र का उद्घाटन करेंगे, जो राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में अपनी तरह का पहला केंद्र होगा। यह सुविधा केंद्र स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके सालाना 5 लाख खुराक का उत्पादन करेगा, जिससे डेयरी किसानों को मादा बछड़ों के जन्म की अधिक संभावना होगी, जिससे पशुपालकों का आर्थिक तनाव कम होगा और उनकी आय में वृद्धि होगी। प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 35,000 ग्रामीण लाभार्थियों और प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत 5,920 शहरी लाभार्थियों के गृह प्रवेश समारोह में भी भाग लेंगे और कुछ लाभार्थियों को चाबियाँ सौंपेंगे। 

इसके अतिरिक्त, वह डीएवाई-एनआरएलएम के तहत क्लस्टर स्तरीय संघों को 500 करोड़ रुपए के सामुदायिक निवेश कोष वितरित करेंगे, जिससे महिला-नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण आजीविका को मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी अगले सप्ताह बिहार का दौरा करेंगे।
 


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Ramanjot

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