Bageshwar Dham: बिहार में चला धीरेंद्र शास्त्री का जादू, जिस होटल में रूके थे बाबा...वहां पहुंच रहे लोग

5/20/2023 2:38:12 PM

पटना: मध्यप्रदेश स्थित बागेश्वर धाम (Baba Bageshwar) के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) ने बिहार में काफी सुर्खियां बटोरी। इतना ही नहीं बाबा की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस होटल में बाबा रूके हुए थे, वहां लोग लगातार पहुंच रहे हैं।  

लोग लगातार पहुंच रहे होटल
दरअसल, लोग यह जानना चाहते हैं कि बाबा किस कमरे में रूके हुए थे और यहां पर उन्होंने क्या खाया और कैसे रहे? जिस होटल में बाबा रूके हुए थे वहां के मैनेजर ने बताया कि बाबा के आने से पूरा माहौल ही बदला हुआ था। हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी सुरक्षा और सुविधा के स्तर पर थी। खान-पान का पूरा सेटअप उनकी पूरी टीम खुद देख रही थी। वहीं बाबा बागेश्वर के खाने के लिए विशेष व्यवस्था थी। भोजन को लेकर उनके फ्लोर पर ही एक कमरे को रसोई में बदल दिया गया था। बाबा और उनके साथ आए लोगों के लिए बिना लहसुन-प्याज का खाना बनाया गया था।

16 मई को बाबा ने होटल में लगाया था दिव्य दरबार
बता दें कि 16 मई को बाबा ने वीआईपी लोगों के लिए होटल में दिव्य दरबार लगाया था, जिसके बाद जिस सोफे पर वह बैठे थे लोग उसकी  पूजा करने लगे थे। कोई सोफे को चूमने लगा तो कोई अपने बच्चों को सोफे पर लेटाने लगा। गौरतलब हो कि धीरेंद्र शास्त्री 13 मई को पटना पहुंचे और 17 की शाम लौट गए। इस दौरान होटल में बाबा के भक्तों ने उन्हें बिहार का ठेकुआ पहुंचाया, लेकिन बाबा ने लिट्टी-चोखा नहीं खाया। साथ ही धीरेंद्र शास्त्री से राजनीतिक दिग्गजों सहित कई क्षेत्र के हस्ती भी मिलने पहुंचे थे।

कौन है धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री?
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम महाराज के नाम से जाने वाले एक भारतीय कथावाचक हैं। शास्त्री भारत के मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा के प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थ स्थल बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश हैं। शास्त्री उस समय सुर्खियों में आए जब नागपुर की अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने उन्हें चुनौती दी और उनकी आध्यात्मिक शक्तियों पर सवाल उठाया, मानव ने शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया। जब मीडिया में विवाद शुरू हुआ, तो शास्त्री ने मानव को अपने दिव्य दरबार में आमंत्रित किया और वह जो भी जानना चाहते हैं उनसे पूछने के लिए कहा। इस दौरान उन्हें  प्रमुख हिंदू नेताओं का भी समर्थन मिला।


 


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Content Editor

Swati Sharma

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