"बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो कांग्रेस से होंगे 2 उपमुख्यमंत्री", शाहनवाज आलम के बयान ने बढ़ाई सियासी हलचल
Thursday, Dec 12, 2024-12:02 PM (IST)
पटना: कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि यदि अगले वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की सरकार बनी तो पार्टी के दो नेता उपमुख्यमंत्री होंगे, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी प्रसाद यादव मुख्यमंत्री के तौर पर सरकार का नेतृत्व करेंगे।
'बिहार में महागठबंधन सत्ता में आने के लिए पूरी तरह तैयार'
कांग्रेस के बिहार प्रभारी शाहनवाज आलम ने बुधवार को यहां कहा कि वर्ष 2025 के विधानसभा चुनाव में बिहार में महागठबंधन सत्ता में आने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने दावा किया कि यदि वर्ष 2025 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन सत्ता में आता है तो कांग्रेस से दो उपमुख्यमंत्री होंगे जबकि राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव राज्य के मुख्यमंत्री होंगे, जिसमें से एक मुस्लिम और दूसरा उच्च जातियों (सामान्य वर्ग) से होना चाहिए। आलम ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने के दावे को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है, जिसकी पूरे भारत में उपस्थिति है। उन्होंने कहा कि यदि कोई सोचता है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और अन्य हिंदी भाषी राज्यों में कांग्रेस की कोई ताकत नहीं है तो यह बहुत बड़ी गलतफहमी होगी।
'इंडिया गठबंधन नेतृत्व का सवाल सभी घटक दलों की बैठक में सुलझाया जाएगा'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'इंडिया गठबंधन नेतृत्व का सवाल सभी घटक दलों की बैठक में सुलझाया जाएगा।' उन्होंने कहा कि एक नेता को उन सभी लोगों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है, जो हाल ही में मुंबई में आयोजित एक उद्योगपति के बेटे के विवाह समारोह में शामिल हुए थे। उनका इशारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर था, जो विवाह समारोह में शामिल नहीं हुए थे, जबकि राजद प्रमुख लालू प्रसाद और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे के विवाह में शामिल हुए थे।
उल्लेखनीय है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व सौंपे जाने के बयान ने कांग्रेस नेताओं की मुश्किलें बढ़ा दी है। यादव ने मंगलवार को कहा था, 'बनर्जी को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व सौंप दिया जाना चाहिए। इस मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से आपत्ति जताए जाने का कोई मतलब नहीं है।'