Bihar Weather Forecast: अगले दो दशकों में बिहार में गर्मी बढ़ने और कम वर्षा होने का अनुमान
2/29/2024 11:36:30 AM
पटना: अगले दो दशक में बिहार के तापमान में एक से 1.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है तथा सर्दियों का न्यूनतम तापमान भी 0.5 डिग्री सेल्सियस से एक डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (बीएसपीसीबी) की एक वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। रिपोर्ट में कम वर्षा की आशंका भी जताई गई है जिसके चलते मच्छर जनित बीमारियां बढ़ने से स्वास्थ्य जोखिम बढ़ने का भी खतरा है।
बिहार की वर्षा और तापमान के चक्र में बदलाव के आसार
बीपीसीबी की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए इस संबंध में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग (डीईएफसीसी) ने हाल ही में दस्तावेज राज्य विधानसभा के समक्ष पेश किया था। रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘मौसम से जुड़े इस विश्लेषण से आगामी दशकों में बिहार की वर्षा और तापमान के चक्र में बदलाव के आसार बन रहे हैं। अनुमानों से संकेत मिलता है कि पूरे बिहार में 2040 तक सर्दियों का न्यूनतम तापमान 0.5 से एक डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाएगा। 2050-2070 के बीच यह 1.5 से दो डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने के आसार है।'' रिपोर्ट में कहा गया है कि इसी तरह गर्मियों के तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान है जिसके तहत 2040 के दशक में तापमान में एक से 1.5 डिग्री सेल्सियस और 2070 तक दो डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ोतरी की आशंका है।
बाढ़ की तीव्रता में बढ़ोतरी का भी अनुमान
बीएसपीसीबी की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तरी तराई क्षेत्र में बाढ़ की तीव्रता में बढ़ोतरी का भी अनुमान जताया गया है और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में सूखा बढ़ने का संकेत है। रिपोर्ट के अनुसार, मानसून बारिश में गिरावट का अनुमान है। सभी क्षेत्रों के लिए अनुमान है कि 2040 और 2050 तक शीतकालीन वर्षा में भारी कमी आएगी। इस रिपोर्ट पर को लेकर बीएसपीसीबी के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार शुक्ला ने कहा, ‘‘सदन में पेश की गई वार्षिक रिपोर्ट में आगामी दशकों में राज्य में बारिश और तापमान चक्र के अनुमानित बदलावों को दर्शाया गया है। प्रदेश के सभी 38 जिलों को कवर करने वाला यह अनुमान राज्य और जिला स्तरीय आंकड़ों के साथ-साथ विशेषज्ञों और हितधारकों से मिली जानकारी पर आधारित है।''