'सुधर जाओ नहीं तो...', बिहार सरकार के मंत्री सुमित कुमार को माओवादियों का धमकी भरा पर्चा, प्रशासन बोला- ये असामाजिक तत्वों की हरकत...
Thursday, Sep 18, 2025-10:49 AM (IST)

Bihar News: बिहार सरकार के मंत्री सुमित कुमार ने जमुई जिला के चिहरा थाना क्षेत्र के बरमोरिया पंचायत अंतर्गत रखा टोला खेल मैदान में कथित माओवादी संगठन के नाम से धमकी भरा पर्चा मिलने की घटना को असामाजिक तत्वों की करतूत बताते हुए कहा कि इन धमकियों से वह डरने वाले नहीं है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की धमकी उन्हें 2010 के चुनाव में भी मिली थी और इन धमकियों से वह डरने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकत करने वाले हताश और भयभीत हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग उनके साथियों और कार्यकर्ताओं को इस तरह की कार्रवाई कर डराने की कोशिश कर रहे हैं।
"कोई भी अगर सुमित कुमार का प्रचार करेंगे तो.."
मंत्री सुमित कुमार ने जमुई प्रशासन से बात चीत का हवाला देते हुए कहा कि प्रशासन मुस्तैद है और मामले की जांच कर रहा है। जांच में सारी बातें सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि यह हरकत असामाजिक तत्वों की है न कि नक्सली संगठनों की। उल्लेखनीय है कि जमुई जिला के चिहरा थाना क्षेत्र के बरमोरिया पंचायत अंतर्गत रखा टोला खेल मैदान में मंगलवार की सुबह एक काला झंडा और कथित माओवादी संगठन के नाम से पर्चा मिला था। इस पर्चे में मंत्री सुमित कुमार के कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों को धमकाया गया है कि इस बार कोई भी व्यक्ति चुनाव के दौरान अगर सुमित कुमार का प्रचार करेंगे तो अंजाम बुरा होगा। इस पत्र में लिखा गया है कि जो भी इस बार सुमित कुमार का प्रचार करेगा उसकी हत्या कर दी जाएगी। इस पत्र में सुमित कुमार के कुछ कार्यकर्ताओं और समर्थकों के नाम है।
इस संबंध में वहां के ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ आदिवासी युवक रोजाना की तरह फुटबॉल खेलने पहुंचे थे। तभी उनकी नजर बांस में लगे काले झंडे और पास ही जमीन पर रखे पर्चे पर पड़ी। पर्चे में लाल स्याही से लिखा गया था कि कोई भी व्यक्ति पुलिस की मुखबिरी न करे। साथ ही संगठन का हथियार वापस करने और लेवी की राशि पांच तारीख तक जमा करने की चेतावनी दी गई थी। आदेश का उल्लंघन करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस व एसटीएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची तथा पर्चा और झंडा जब्त किया। इस बीच चिहरा थाना प्रभारी विद्या रंजन कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह माओवादी गतिविधि न होकर किसी शरारती तत्व की करतूत प्रतीत हो रही है। फिर भी मामले की जांच की जा रही है। इलाके में सघन तलाशी अभियान भी चलाया गया।