Barhait Assembly Seat: CM हेमंत सोरेन का गढ़ है बरहेट विधानसभा, BJP नहीं कर पाएगी जीत हासिल ।। Jharkhand Election 2024
Sunday, Sep 22, 2024-05:37 PM (IST)

Barhait Assembly Seat: झारखंड के 81 विधानसभा सीटों में से सबसे चर्चित विधानसभा सीट बरहेट है। साहिबगंज ज़िले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र राजमहल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। झारखंड राज्य के अस्तित्व में आने के बाद बरहेट सीट पर जेएमएम का कब्जा रहा है। साल 2005 में इस सीट पर जेएमएम के थॉमस सोरेन विधायक चुने गए थे।
2009 में जेएमएम के टिकट पर ही हेमलाल मुर्मू विधायक बने थे जबकि 2014 में जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन यहां से विधायक चुने गए। वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर हेमंत सोरेन ने जीत हासिल की थी। इस बार भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से ही विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन ने बरहेट सीट पर जीत हासिल की थी। हेमंत सोरेन को 73 हजार सात सौ 25 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी कैंडिडेट सिमोन माल्टो को 47 हजार नौ सौ 85 वोट मिले थे। इस लिहाज से हेमंत सोरेन ने सिमोन माल्टो को 25 हजार सात सौ चालीस वोट के बड़े मार्जिन से हरा दिया था। वहीं जेवीएम कैंडिडेट होप्ना टुडू, 2 हजार छह सौ 22 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं साल 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो इस सीट पर जेएमएम के हेमंत सोरेन ने बीजेपी के हेमलाल मुर्मू को 24 हजार 87 वोटों से मात दिया था। हेमंत सोरेन को कुल 62 हजार पांच सौ 15 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के हेमलाल मुर्मू को कुल 38 हजार चार सौ 28 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे जेवीएम के सिमोन माल्टो को कुल 14 हजार एक सौ 61 वोट मिले थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर जेएमएम के हेमलाल मुर्मू ने निर्दलीय विजय हांसदा को 20 हजार तीन सौ 18 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। हेमलाल मुर्मू को कुल 40 हजार छह सलौ 21 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे निर्दलीय विजय हांसदा को कुल 20 हजार तीन सौ तीन वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय सिमोन माल्टो को 14 हजार एक सौ 63 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
2024 के विधानसभा चुनाव में भी यही उम्मीद जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट सीट से किस्मत आजमाएंगे क्योंकि बरहेट सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा का अभेद्य किला है और इसे भेद पाना बीजेपी के वश में नहीं है।