संतान प्राप्ति के लिए दी गई 65 साल के बुजुर्ग की बलि, सिर को गेहूं के खेत में दफनाया...धड़ को होलिका दहन में जलाया
Saturday, Mar 29, 2025-04:36 PM (IST)

Aurangabad Crime News: बिहार के औरंगाबाद जिले में कथित तौर पर कुछ लोगों और एक तांत्रिक द्वारा 65 वर्षीय एक व्यक्ति की बलि दिए जाने और उसके धड़ को होलिका दहन की आग में जला दिए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
औरंगाबाद के पुलिस अधीक्षक (SP) अम्बरीश राहुल ने बताया, “13 मार्च को मदनपुर पुलिस को गुलाब बिगहा गांव के निवासी युगल यादव (65) की गुमशुदगी की शिकायत मिली थी। मामला दर्ज कर उनकी तलाश के लिए पुलिस ने एक विशेष जांच दल गठित किया। जांच के दौरान अधिकारियों को पड़ोसी गांव पूर्णाडीह गांव के समीप बंगरे गांव में होलिका दहन सामग्री से अपहृत व्यक्ति का हड्डियां मिलने की जानकारी मिली।'' उन्होंने कहा,‘‘अधिकारियों ने होलिका दहन वाले स्थान का निरीक्षण किया जहां उन्हें जली हुई मानव हड्डियां और उक्त अपहृत व्यक्ति का चप्पल बरामद हुआ तथा पास के पुलिया पर खून का निशान पाया गया। '' एसपी के अनुसार जांच-पड़ताल के दौरान पुलिस तांत्रिक रामाशीष रिकियासन के घर पर पहुंची लेकिन वह वहां नहीं मिला जिसके बाद उसके एक रिश्तेदार धर्मेन्द रिकियासन को थाना ले आई।
गेहूं के खेत से बरामद किया गया था युगल यादव का कटा हुआ सिर
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, पूछताछ के दौरान धर्मेंद्र ने उक्त कांड में अपनी संलिप्ता स्वीकार की तथा उसके निशानदेही पर अपहृत व्यक्ति का साइकिल बरामद किया गया। बाद में आसपास के लोगों से भी पूछताछ किया गया तो पता चला कि युगल यादव का गर्दन काटकर धड़ को होलिका दहन में जला दिया गया है। धर्मेंद्र के बयान के आधार पर पुलिस ने पास के गेहूं के एक खेत से युगल यादव का कटा हुआ सिर बरामद किया। पुलिस ने घटना के सिलसिले में फरार तांत्रिक (रामाशीष रिकियासन) के रिश्तेदार धर्मेंद्र समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया है।
पहले भी रामाशीष द्वारा एक लड़के की दी गई थी बलि
पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ के आधार पर घटना में प्रयुक्त हथियार पूर्णाडीह एवं मजरेठी गांव के बीच के एक नाले से बरामद किया गया। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि रामाशीष रिकियासन एक तांत्रिक है, जो सुधीर पासवान की पत्नी को बच्चा नहीं होने के कारण तांत्रिक अनुष्ठान कर मानव बलि का कार्य कर रहा था। पहले भी रामाशीष द्वारा एक लड़के की बलि दी गई थी। पिछली घटना के सिलसिले में मदनपुर थाने में पिछले साल एक मुकदमा दर्ज किया गया।