कोई 1 रू गुरु दक्षिणा लेता तो कोई निःशुल्क शिक्षा का अलख जगाता... बिहार के 3 चर्चित शिक्षक जिनसे पढ़कर सैकड़ों स्टूडेंट्स बने IITIAN
Monday, May 26, 2025-12:31 PM (IST)

Bihar News: कोई 1 रू गुरु दक्षिणा लेता है तो कोई निःशुल्क शिक्षा का अलख जगाता है... राष्ट्रपति से सम्मानित बिहार के 3 शिक्षकों से पढ़कर सैकड़ों गरीब IITIAN बने हैं। बिहार के ये 3 शिक्षक IIT स्टूडेंट्स के बीच में सितारों की तरह चमक रहे हैं। इनके पढ़ाने के लाजवाब तरीके ने भारत को कई आधुनिक इंजीनियर दिए।
आइए जानते हैं भारत के उन 3 चर्चित शिक्षकों के बारे में जो इंजीनियर बनाने की फैक्ट्री कहे जाते है...
1. डॉ. एचसी वर्मा (HC Verma)
डॉ. हरीश चंद्र वर्मा यानी डॉ. एचसी वर्मा भारत का वह लोकप्रिय प्रोफेसर हैं, जिनकी किताब पढ़कर हजारों स्टूडेंड इंजीनियर बने हैं। बिहार के दरभंगा जिले से निकलकर उन्होंने विज्ञान की दुनिया में वो मुकाम हासिल किया, जिसका सपना हर शिक्षक देखता है। उन्हें साल 2021 में पद्मश्री सम्मान दिया गया था। उनकी फिजिक्स की बुक ‘कॉन्सेप्ट ऑफ फिजिक्स’ काफी मशहूर है। वे आईआईटी कानपुर जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में प्रोफेसर भी रह चुके है।
2. आनंद कुमार (Anand kumar)
आनंद कुमार सुपर 30 के संस्थापक हैं। वह गरीब छात्रों को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की फ्री में कोचिंग क्लास देने के लिए प्रसिद्ध हैं। आनंद कुमार एक गणितज्ञ होने के साथ-साथ एक लोकप्रिय शिक्षक भी हैं। आनंद कुमार का मुख्य उद्देश्य है कि गरीब छात्रों को इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए तैयारी कराना, खासकर ऐसे छात्र जो पैसे की कमी के बावजूद इंजीनियर बनने का सपना देखता है। इसी वजह से इनके जीवन पर न सिर्फ एक फिल्म बनी है बल्कि इनको कई सारे राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।
3. आरके श्रीवास्तव (Rk Srivastava)
भारत के प्रसिद्ध शिक्षक आरके श्रीवास्तव, जो सिर्फ 1 रु गुरु दक्षिणा में पढ़ाकर IITian बनाने के लिए प्रसिद्धि पा चुके है। इनके इस नेक कार्य हेतु राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी राष्ट्रपति भवन में सम्मान और आशीर्वाद इस बिहारी शिक्षक को मिल चुका है। राष्ट्रपति के साथ की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं।आरके श्रीवास्तव का नाम "वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स" और "इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स" में भी दर्ज हो चुका है।
दुनिया के मानचित्र पर पटना (बिहार) के मैथेमेटिक्स गुरु आर.के. श्रीवास्तव का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। इनका पूरा नाम रजनी कांत श्रीवास्तव है। ये भारत के एक मात्र ऐसे शिक्षक होंगे जिनका कोई हेटर्स नहीं मिलेगा, जिन्होंने देश के हर उस बच्चे की मदद करने की सोची जो पढ़ना चाहता है। भारत के प्रतिष्ठित अखबारों और न्यूज पोर्टल पर इनके बारे में खबरें हमेशा छपती ही रहती है। Google पर सिर्फ मैथेमेटिक्स गुरु सर्च करने भर से ही सबसे टॉप पर Rk Shrivastava sir का नाम सामने आ जाता है। आरके श्रीवास्तव एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने सिर्फ 1 रु गुरु दक्षिणा में पढाकर निर्धन स्टूडेंट्स के सपने को साकार कर रहे है।