"कुछ मुख्यमंत्री झारखंड में वोट के लिए आए हैं, जबकि उनके राज्य बाढ़ की चपेट में हैं", सोरेन का हिमंत बिस्वा पर तंज

Sunday, Sep 29, 2024-02:31 PM (IST)

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि जब ‘‘कुछ राज्य'' बाढ़ की चपेट में हैं, तो उनके मुख्यमंत्री वोट के लिए यहां डेरा डाले हुए हैं। सोरेन ने यहां एक सरकारी समारोह को संबोधित करते हुए भाजपा की 'परिवर्तन यात्रा' पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए दावा किया कि चुनाव नजदीक आते ही झारखंड पर "गिद्ध" मंडराने लगे हैं। मुख्यमंत्री ने समारोह के दौरान लगभग 795 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का अनावरण किया।

मुख्यमंत्री हेमंत ने कहा, ‘‘हमारे विपक्ष के पास बहुत पैसा है। भले ही उन्हें लोग खारिज कर दें, लेकिन वे सरकारें खरीद लेते हैं। महाराष्ट्र में ऐसा ही हुआ, जहां विधायकों को खरीद कर सरकार बनाई गई।'' सोरेन ने कहा, ‘‘झारखंड में दो-तीन महीने में चुनाव होने वाले हैं। झारखंड के ऊपर बहुत सारे नेता गिद्धों की तरह मंडरा रहे हैं।" भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों के मुख्यमंत्री सहित पार्टी के कम से कम 50 राष्ट्रीय और राज्य-स्तरीय नेता परिवर्तन यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं और राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में लोगों से संपर्क कर रहे हैं। सोरेन ने शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ मुख्यमंत्री वोट के लिए यहां आए हैं, जबकि उनके राज्य (इस वक्त) बाढ़ से जूझ रहे हैं। झारखंड में भाजपा के प्रभारी शर्मा राज्य में पार्टी के लिए व्यापक प्रचार कर रहे हैं। सोरेन ने आरोप लगाया कि विपक्ष उनकी सरकार द्वारा तैयार की गई सामाजिक कल्याण योजनाओं को "पचा" नहीं पा रहा है।

हेमंत ने कहा, ‘‘हमारा विपक्ष सरकार की उस योजना को पचा नहीं पा रहा है, जिसके तहत महिलाओं को 1,000 रुपये प्रतिमाह दिए जा रहे हैं। वे इसके खिलाफ अदालत गए। जब ​​भी हम लोगों को लाभ देना चाहते हैं, वे अदालत जाते हैं।'' सोरेन ने समारोह में 222 करोड़ रुपये की लागत से आदिवासी धार्मिक स्थलों की हदबंदी और 255 करोड़ रुपये की लागत से आदिवासी सांस्कृतिक स्थलों के विकास की आधारशिला रखी। उन्होंने रांची और पलामू में दो-दो छात्रावासों की आधारशिला भी रखी। उन्होंने 23 छात्रों को मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा प्रवासी छात्रवृत्ति योजना का लाभ दिया। सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार इस योजना के तहत दी जाने वाली छात्रवृत्तियों की संख्या बढ़ाने पर विचार करेगी। 


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Khushi

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