झारखंड में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को मिलेगी नई रफ्तार, NHM ने 2 प्रचार वाहनों को किया रवाना

Saturday, Dec 27, 2025-10:36 AM (IST)

Ranchi News: झारखंड में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ाने और राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) झारखंड ने एक अहम पहल की है। इसके तहत दो विशेष प्रचार वाहनों को राज्यभर में भ्रमण के लिए रवाना किया गया।

मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम सभी 24 जिलों में संचालित किया जा रहा
अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखंड, शशि प्रकाश झा ने नामकुम स्थित कार्यालय परिसर से इन प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन प्रचार वाहनों का मुख्य उद्देश्य जिला और गांव स्तर पर आम लोगों तक मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की जानकारी पहुंचाना है। अधिकारियों ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम झारखंड के सभी 24 जिलों में संचालित किया जा रहा है। इसके माध्यम से मानसिक रोगों को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने, जागरूकता बढ़ाने और जरूरतमंद लोगों को समय पर इलाज के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, एक प्रचार वाहन केंद्रीय मानसिक चिकित्सालय (सीआईपी), रांची के सहयोग से गांवों में आयोजित किए जाने वाले मानसिक स्वास्थ्य शिविरों का प्रचार-प्रसार करेगा। इस वाहन के माध्यम से लोगों को यह बताया जाएगा कि मानसिक रोगों का इलाज संभव है और इसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों व परामर्श सेवाएं उपलब्ध हैं।

प्रचार वाहन लगातार 90 दिनों तक राज्य के दूर-दराज और ग्रामीण इलाकों में भ्रमण करेंगे
वहीं दूसरा प्रचार वाहन संथाल परगना क्षेत्र के सभी जिलों में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम से जुड़ी योजनाओं, सेवाओं और सहायता के बारे में जानकारी फैलाएगा। दोनों प्रचार वाहन लगातार 90 दिनों तक राज्य के दूर-दराज और ग्रामीण इलाकों में भ्रमण करेंगे। इस दौरान ये वाहन गांव-गांव जाकर लोगों को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित सरकारी सेवाओं, निशुल्क परामर्श, उपचार की सुविधा और सहायता प्राप्त करने के विभिन्न माध्यमों की जानकारी देंगे। साथ ही लोगों को मानसिक तनाव, अवसाद, नशा मुक्ति और अन्य मानसिक समस्याओं के प्रति जागरूक किया जाएगा। एनएचएम अधिकारियों का कहना है कि अक्सर लोग मानसिक बीमारी को लेकर झिझक या सामाजिक डर के कारण इलाज नहीं कराते हैं। इस अभियान का उद्देश्य इसी सोच को बदलना है, ताकि लोग बिना किसी संकोच के सामने आएं और समय रहते उपचार करा सकें। प्रचार वाहनों के माध्यम से जानकारी पहुंचने से खासकर ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तक मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित हो सकेगी।


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Khushi

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