JMM ने 25 जून संविधान हत्या दिवस का किया विरोध, कहा- BJP संविधान की हत्या प्रतिदिन कर रही है

Sunday, Jul 14, 2024-11:37 AM (IST)

रांची: 25 जून संविधान हत्या दिवस को लेकर JMM ने कड़ा विरोध जताते हुए, केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। जेएमएम महासचिव सुप्रियो भटटाचार्य ने बीते शनिवार को पार्टी के कैम्प कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर इसको लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए राष्ट्रपति से केंद्र सरकार के इस फैसले से जुड़ी अधिसूचना को निरस्त करने की मांग की है।

महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि संविधान हमारे देश का धर्म ग्रंथ है, लेकिन भारत सरकार अब उसकी हत्या का दिवस मनाएगी। कुछ समय पूर्व हुए लोकसभा चुनाव के दौरान संविधान बदलने की भाजपा की नीयत जब सामने आई तो लोग बेचैन हो उठे। लिहाजा, 400 पार का नारा 303 से नीचे उतरकर 240 पर आ गया। इसी बौखलाहट में भाजपा के नेतृत्व में चल रही भारत सरकार ने 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाने की घोषणा कर दी। झामुमो की दलील है कि 25 जून 1975 को संविधान की धारा 352 के तहत आपातकाल लगाया गया था। तब 2 वर्षों के लिए लोगों के संवैधानिक अधिकार को सस्पेंड कर दिया गया था। वह फैसला संवैधानिक रूप से लिया गया था।

झामुमो ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान और लोकतंत्र की हत्या का पहला मुहर 25 मई 2014 को लगा था, जब नरेंद्र मोदी ने पीएम के रूप में शपथ ली थी क्योंकि नोटबंदी का हवाला देकर देश में पहला आर्थिक आपातकाल 8 नवंबर 2016 में लगाया गया था। लाखों लोग बेरोजगार कर दिए गया। फिर कोरोना काल में अचानक नागरिक आपातकाल लगाया गया। संपूर्ण लॉकडाउन के तहत लाखों लोग मरने को विवश हुए। इसके बाद तीन काला कृषि कानून लाकर किसानों पर आपातकाल लगाया गया। सैकड़ों किसान मर गये। फिर मणिपुर जब जला तो आदिवासियों पर आपातकाल लगा। फिर नीट के नाम पर छात्रों पर आपातकाल लगा। हाथरस और मणिपुर में महिलाओं पर आपातकाल लगा। सारे पब्लिक सेक्टर उद्योगपतियों को बेचे जा रहे हैं, यह विकास पर आपातकाल है।

 


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Khushi

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