JMM ने "वन नेशन, वन इलेक्शन" का किया विरोध, कहा- BJP के लोग गांधी के देश को बर्बाद करने में लगे हैं
Thursday, Sep 19, 2024-03:00 PM (IST)
रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली कैबिनेट द्वारा भारत में एक देश एक चुनाव के प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने पर झामुमो को महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने इसका विरोध किया है।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि इस देश के संविधान को बदलने के लिए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद द्वारा बनाए गए संविधान को बदलने साजिश रची जा रही है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश के संविधान को बदलने और बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर, डॉ राजेंद्र प्रसाद जैसे महापुरुषों के विचारों को बदलने की मंशा से काम कर रही है। वह आरएसएस के एजेंडे पर आगे बढ़ रही है जो मनुवाद की सोच के साथ काम करती है। वन नेशन वन इलेक्शन के लागू होने से देश में लोकतंत्र कमजोर होगा और अधिनायकवाद बढ़ेगा। समाजवाद की जगह साम्राज्यवाद स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में विधानसभा का कार्यकाल 2026-27-28 में समाप्त हो जाएगा, क्या वहां 2029 तक चुनाव न कराकर और राष्ट्रपति शासन लगाकर भाजपा अप्रत्यक्ष रूप से सत्ता हासिल करना चाहती है, यह बड़ा सवाल है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में लोकतांत्रिक संस्थाएं देश की लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा, विधान परिषद, जिला परिषद, ग्राम पंचायत और उसके साथ नगर पालिका, नगर पंचायत, नगर परिषद के लगभग 25 लाख जनप्रतिनिधि चुनती हैं। वन नेशन वन इलेक्शन देश में जनता का प्रतिनिधित्व करने वालों के अधिकारों पर सीधा हमला है।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि ये गांधी के देश को बर्बाद करने में लगे हैं। ये देश के संवैधानिक कवच पर आघात है जो संविधान लोकतंत्र को बचाना चाहते है उसके लिए यह निर्णय खतरनाक है। उन्होंने कहा कि झामुमो इसका पुरजोर विरोध करता है। ये चुनाव हार रहे हैं। लोगों के ऊपर अपना निर्णय थोप रहे हैं। सुप्रियो ने कहा कि बीजेपी को अब कोई नहीं बचा सकता है। विधानसभा चुनाव में हम इसका जवाब देंगे। ये लोगों के अधिकार को मारने की कोशिश है।लोकतंत्र के ऊपर प्रहार के साथ अधिनायकवाद को स्थापित करने का उद्देश्य है। हम इस व्यवस्था को कभी नहीं मानेंगे।