पंचत्तव में विलीन हुए कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी, अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब; हर तरफ छाया मातम

Thursday, Feb 13, 2025-06:10 PM (IST)

Jharkhand News: जम्मू में आईईडी विस्फोट में जान गंवाने वाले कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी को आज यानी गुरुवार को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। बीते बुधवार को कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी का पार्थिव शरीर सेना के विशेष विमान से रांची लाया गया था। यहां बिरसा मुंडा एयरपोर्ट परिसर में ही श्रद्धांजलि स्थल पर शहीद का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। इस दौरान राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और राज्य के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर कैप्टन बख्शी को श्रद्धांजलि दी थी।

नम आंखों के साथ लोगों ने दी अंतिम विदाई

जानकारी के मुताबिक हजारीबाग जिले में पैतृक गांव में कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ा। भारत माता के जयकारों और नम आंखों के साथ लोगों ने उन्हें विदाई दी। उनके आवास से उनका पार्थिव शरीर खिरगांव स्थित मुक्तिधाम ले जाया गया। जहां से भी उनकी अंतिम यात्रा गुजरी, लोगों ने फूल की वर्षा करके उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। हर चौक-चौराहे पर नारा गुंज रहा था कि “जब तक सूरज चांद रहेगा, करमजीत सिंह बक्शी का नाम रहेगा।” सेना और पुलिस के जवानों ने उन्हें अंतिम सलामी दी। इसके बाद पिता अजिनदर सिंह बक्शी ने उन्हें मुखाग्नि दी।

बता दें कि हजारीबाग जुलू पार्क निवासी और आर्मी सिख रेजिमेंट के कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी देश की सीमा की सुरक्षा करते हुए शहीद हो गये थे। वे जम्मू-कश्मीर के अखनूर में तैनात थे और केरी बाटुल में पेट्रोलिंग के दौरान आतंकवादियों द्वारा लगाए गए आईईडी ब्लास्ट में चपेट में आ गये थे। इस घटना में एक अन्य सैन्यकर्मी भी शहीद हो गया, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हुआ है।


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Khushi

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