बेटे से मिलना पड़ा महंगा! नक्सली सुनीता हेंब्रम को पुलिस ने पकड़ा रंगेहाथ, हथियार व कारतूस बरामद
Friday, Oct 21, 2022-11:26 AM (IST)

गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह जिले की पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। दरअसल, भेलवाघाटी पुलिस ने गुप्त सूचना पर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की हार्डकोर महिला नक्सली सुनीता हेंब्रम को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक सुनीता ने वर्ष 2008 में भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के तेतरिया बाजार में तीसरी के ढिबरा व्यवसायी दासो साव की हत्या कर दी थी। सुनीता के साथ और भी कई नक्सली शामिल थे। इसके बाद भेलवाघाटी थाना में कांड संख्या 166/08 के तहत सुनीता हेंब्रम सहित कई नक्सलियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
बेटे से मिलने गई सुनीता को पुलिस ने किया गिरफ्तार
बता दें कि सुनीता चकाई थाना इलाके के अति उग्रवाद प्रभावित जंगली इलाका बाराजोर गांव की रहने वाली है। बीती देर रात नक्सली सुनीता अपने इकलौते बेटे से मिलने अपने घर बाराजोर आई हुई थी, जिसकी जानकारी पुलिस को मिल गई। इसके बाद भेलवाघाटी थाना प्रभारी प्रशांत कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर सुनीता को रंगेहाथ पकड़ा और गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने सुनीता के पास से हथियार व कारतूस सहित अन्य सामान बरामद किया है।
सुनीता ने की तीन शादियां
बताया जा रहा है कि सुनीता हेंब्रम ने चकाई थाना के बाराजोर गांव निवासी अपने पहले पति रमका टुडू को छोड़कर वर्ष 2005 में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर मृत चिराग दा उर्फ रामचंद्र महतो के दस्ते के सक्रिय सदस्य रजो मरांडी उर्फ राजा दा से 2007 में शादी कर ली थी। शादी से ठीक 1 वर्ष बाद बिहार के लखीसराय में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में राजू मरांडी उर्फ राजा दा के मारे जाने के बाद सुनीता ने उसके छोटे भाई आकाश मरांडी, जो प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का सदस्य था, उससे 2010 में शादी रचा ली, लेकिन वह पिछले 5 वर्षों से लापता है। सुनीता का कहना है कि उसे आकाश के बारे में कुछ नहीं पता है।