रांची में ‘दिशोम गुरु शिबू सोरेन JEE-NEET कोचिंग संस्थान’ का उद्घाटन, अब झारखंड के छात्रों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा
Monday, Dec 22, 2025-11:37 PM (IST)
Ranchi News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सोमवार को राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी स्थित “दिशोम गुरु शिबू सोरेन इंजीनियरिंग (JEE) एवं मेडिकल (NEET) कोचिंग संस्थान” का विधिवत उद्घाटन किया। यह संस्थान राज्य के आदिवासी, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को नि:शुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराएगा।
उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन की प्रतिमा का अनावरण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और संस्थान परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद कर उनका उत्साहवर्धन भी किया।
अब JEE-NEET की तैयारी के लिए राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि अब झारखंड के विद्यार्थियों को JEE और NEET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए राज्य से बाहर जाने की मजबूरी नहीं रहेगी। रांची में ही उच्चस्तरीय कोचिंग उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह संस्थान केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का केंद्र भी बनेगा। विद्यार्थियों को अपनी भाषा, संस्कृति और परंपराओं को साझा करने के लिए प्रेरित किया गया, ताकि झारखंड की विविधता और पहचान मजबूत हो।

योग्य छात्रों को मिलेगा दूसरा अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि एबिलिटी टेस्ट में मामूली अंतर से पीछे रह गए योग्य अभ्यर्थियों को पुनः अवसर दिया जाना चाहिए। कई बार परिस्थितियों के कारण छात्र अपनी पूरी क्षमता नहीं दिखा पाते हैं, ऐसे में दोबारा मौका देना न्यायोचित कदम होगा।
उन्होंने कहा कि इससे अधिक संख्या में प्रतिभाशाली छात्रों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा और राज्य की शैक्षणिक क्षमता का विस्तार होगा।
शिक्षा के साथ खेल पर भी जोर
मुख्यमंत्री ने संस्थान में खेल-कूद की सुविधाओं को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ खेल छात्रों में अनुशासन, आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धी भावना विकसित करता है।
उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे छात्रों में सकारात्मक सोच और आत्मबल का निर्माण करें, ताकि ये युवा भविष्य में राज्य और देश का नाम रोशन कर सकें।
झारखंड सरकार की शिक्षा योजनाएं दे रहीं नई दिशा
- मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार शिक्षा को सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन का आधार मानते हुए लगातार ठोस कदम उठा रही है।
- उन्होंने बताया कि— सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से किशोरियों को शिक्षा और आत्मनिर्भरता का अवसर मिल रहा है
- प्री-मैट्रिक और पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति से वंचित वर्गों को आर्थिक संबल मिल रहा है
- राज्य में अब तक 80 उत्कृष्ट विद्यालय स्थापित किए जा चुके हैं
- मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत आदिवासी छात्रों को विदेश में पढ़ाई का अवसर
- गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना से ₹15 लाख तक का शिक्षा ऋण
- रिम्स, रांची में मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए विशेष कोचिंग
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि ये सभी पहल झारखंड को शिक्षा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करेंगी।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य
इस अवसर पर मंत्री चमरा लिंडा, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, मुख्य सचिव अविनाश कुमार, विकास आयुक्त अजय कुमार सिंह, आदिवासी कल्याण आयुक्त कुलदीप चौधरी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं।

