मंईयां सम्मान योजना में नहीं थम रहा फर्जीवाड़ा, अब नाबालिग को लाभुक बनाकर किया गया आवेदन
Saturday, Feb 01, 2025-03:02 PM (IST)
रांची: मंईयां सम्मान योजना में एक बार फिर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया है जहां अब आधार कार्ड में गड़बड़ी कर नाबालिग को लाभुक बना दिया गया है।दरअसल, बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने बीते शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान रंगालिया और विलकांदी पंचायतों में संचालित प्रज्ञा केंद्रों में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। रंगालिया पंचायत के एक पज्ञा केंद्र में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के 25 आवेदकों के फॉर्म मिले, जिनमें से 24 को प्राप्ति रसीद भी दी गई थी। जांच में पाया गया कि 2 आवेदक 18 वर्ष से कम उम्र के थे, लेकिन उनके आधार कार्ड में गड़बड़ी कर आवेदन किया गया था। जब बीडीओ ने प्रज्ञा केंद्र संचालक बीएलई इंद्रजीत मंडल से पूछताछ की, तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। वहीं एक अन्य महिला के दस्तावेजों का इस्तेमाल किसी और के नाम से ऑनलाइन आवेदन में किया गया था। विलकांदी पंचायत में भी अनियमितताएं मिली। यहां 27 आवेदकों के फॉर्म पाए गए, जिनमें से एक लाभुक का 2 बार आवेदन किया गया था। बीडीओ ने जब प्रज्ञा केंद्र संचालक बीएलई गोष्ट गोपाल घोष से सख्ती से पूछताछ की, तो वह भी कोई ठोस जवाब नहीं दे सके।
मामले में बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद निरीक्षण किया गया। "निरीक्षण के दौरान कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। अब 3 सदस्यीय जांच टीम बनाई जा रही है, जो सभी दस्तावेजों की जांच करेगी। टीम योजना के सभी आवेदनों और पज्ञा केंद्रों की भी विस्तृत जांच करेगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
बता दें कि विगत 31 दिसंबर 2024 के बाद से मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की ऑनलाइन एंट्री सभी प्रज्ञा केंद्र से बंद कर दी गई है। बावजूद कई प्रज्ञा केंद्र में फर्जी तरीके से इस योजना का लाभ दिलाए जाने के नाम पर एंट्री दिखा कर महिलाओं से आर्थिक ठगी करने में जुटा हुआ है।