Maiya Samman Yojana Jharkhand: मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए एक-एक बैंक अकाउंट से 94-95 आवेदन, फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद अधिकारी भी रह गए दंग!
Friday, Jan 31, 2025-02:51 PM (IST)
Maiya Samman Yojana: झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मंईयां सम्मान योजना में एक बार फिर से बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। दरअसल, बंगाल के यूसुफ के बाद अब सूफनी खातून का मईया सम्मान योजना में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए लोग फर्जी तरीके से आवेदन करके मंईयां सम्मान योजना का लाभ ले रहे हैं। खुलासा हुआ है कि, एक-एक बैंक अकाउंट से मंईयां सम्मान के 94-95 आवेदन किये गये हैं।
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
योजना का लाभ लेने के लिए फर्जीवाड़ा के हर दिन नये उदाहरण सामने आ रहे हैं। वहीं एक के बाद एक फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद अधिकारी भी हैरान हैं। जानकारी के मुताबिक, यूसुफ और सूफनी खातून दोनों ने पलामू जिले के सीएससी यानी प्रज्ञा केंद्र से आवेदन किये थे। बोकारो जिले में एक ही बैंक खाते का इस्तेमाल करते हुए अलग-अलग नामों से 94 बार मंईयां सम्मान योजना का आवेदन जमा करने का मामला सामने आया। इंडसइंड बैंक के खाता संख्या- 100253493007 के खाताधारक का नाम सूफनी खातून है। जिसका पता – मोतिविट्टा, कांटी झारगांव, उत्तर दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल है। जांच में सामने आया कि, इस खाता का इस्तेमाल 94 बार अलग-अलग नाम से योजना का लाभ लेने के लिए किया गया है। यहां तक कि, आवेदन में दर्ज राशन कार्ड का नंबर भी फर्जी पाया गया है। जिला आपूर्ति पदाधिकारी शालिनी खलखो ने इसकी पुष्टि की है। वहीं मामले का खुलासा होने के बाद बोकारो की उपायुक्त विजया जाधव ने इस शख्स पर प्राथमिकी दर्ज करके उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।
पहले भी सामने आया योजना में फर्जीवाड़े का मामला
यह पहली बार नहीं है कि मईया सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए लोग इस तरह का फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। इससे पहले भी बंगाल के ही यूसुफ का मामला सामने आया था, उसके बैंक अकाउंट से 95 आवेदन जुड़े थे। सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए बंगाल के यूसुफ ने एक बैंक अकाउंट दर्ज कर 95 बार आवेदन किया। इसमें चास प्रखंड के चास नगर निगम क्षेत्र से 67 बार और गोमिया प्रखंड से 28 बार आवेदन किया गया। वहीं मामला सामने आने के बाद कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए गए। सामाजिक सुरक्षा विभाग की ओर से झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों के भौतिक सत्यापन के दौरान इसका खुलासा हुआ है। इस खुलासे से अधिकारी भी हैरान दंग रह गए।