रेलवे की जमीन पर अवैध घरों पर चला बुल्डोजर, बेघरों ने कहा- ठंड में कहां जाएंगे

11/27/2022 3:00:57 PM

रांची: जब सपनों का आशियाना टूट जाता है तो दिल भी पूरी तरह से टूट जाता है और आंखों में आंसू होते हैं। ऐसा ही मामला झारखंड की रांची जिले के बिरसा चौक से आया है जहां रेलवे की जमीन पर घर बनाने वालों के घर बुलडोजर से तोड़े जा रहे हैं।

बुलडोजर से टूटा कई लोगों का आशियाना
दरअसल, यहां 2 दिनों से अतिक्रमण हटाने का अभियान जारी है। जिस किसी का घर रेलवे की जमीन में हैं उनको बुलडोजर से तोड़ा जा रहा है क्योंकि हटिया -रांची के बीच दूसरी रेल लाइन बिछेगी। अतिक्रमण अभियान के दौरान अब तक 3 बुलडोजर की सहायता से कुल 53 कच्चे और पक्के मकानों को तोड़ा गया है। आज यानी रविवार को दूसरे दिन भी अभियान जारी रहा। आज भी कई घर तोड़े गए हैं। इस दौरान जिन लोगों का घर टूट रहा था वह जोर-जोर से रो रहे थे और अधिकारियों से कह रहे थे कि ठंड के मौसम में हम कहां जाएंगे।

लोगों ने घर से सामान भी मुश्किल से बाहर निकाला
अधिकारी लोगों को सामान निकालने तक की अनुमति नहीं दे रहे थे। कैसे भी कर लोगों ने अपने घर से सामान बाहर निकाला। इस मामले में अधिकारियों ने कहा कि समय देने के बाद भी जिन्होंने घर नहीं खाली किए हैं उनके घर तोड़े गए हैं। रेलवे आरपीएफ सिक्योरिटी कमिश्नर पवन कुमार ने बताया कि 14 नवंबर को 24 लोगों को नोटिस दिया गया था। अब कार्रवाई हो रही है। यह कार्रवाई यहीं तक सीमित नहीं है अब कार्रवाई रांची- नामकुम की ओर बढ़ेगी। यहां रेलवे की लगभग 4 एकड़ जमीन अवैध कब्जे में है।

किराए के मकान के लिए नहीं है पैसे
इस मामले में स्थानीय विकास का कहना है कि गांव छोड़कर रोटी के लिए शहर आए थे। अब किराए के मकान के लिए पैसे नहीं है। हम लंबे समय से इस इलाके में अपनी पत्नी और 3 बच्चों के साथ रहते थे, लेकिन अब मकान टूट जाने के बाद कोई ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा कि गांव नहीं लौट सकते क्योंकि गांव से शहर रोजगार की तलाश में आए थे। गांव में रोटी मिलती तो शहर में इस तरह आशियाना क्यों बनाते। पैसे इतने नहीं कमा पाते कि किराया का मकान ले सकें।


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Content Editor

Khushi

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