बाबूलाल ने जनता से की अपील, कहा- जब सरकार आपके द्वार आए तो उनका स्वागत सवालों से करें
Friday, Nov 21, 2025-06:43 PM (IST)
रांची: झारखंड में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को लेकर तंज कसा है और कहा कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम लौट रहा है, दिखावे और फोटो खिंचवाने के लिए एक बार फिर आपकी समस्याएं सुनने का नाटक किया जाएगा। मरांडी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि, 'झारखंड के मेरे सभी भाई-बहनों और युवा साथियों से एक अपीलज् कभी-कभी जागने वाली इस सरकार की तरह ही एक साल बाद फिर 'सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम लौट रहा है। दिखावे और फोटो खिंचवाने के लिए वे एक बार फिर आपकी समस्याएं सुनने का नाटक करेंगे, आपकी फाइलें लेंगे, कागज़ों पर टिक करके वापस अपने आलीशान बंगलों - महलों और कार्यालयों में लौट जाएंगे, लेकिन इस बार आप लोग सिर्फ समस्या का निस्तारण कराने मत जाना, इस बार सवाल भी पूछना।
"जंगलराज वापस क्यों लौट रहा है?"
मरांडी ने आगे लिखा कि सवाल जो आपके बच्चों के भविष्य से जुड़े हैं। सवाल जो आपकी बुनियादी सुविधाओं से जुड़े हैं। सवाल जो आपके हक़, आपके अधिकार और आपके सपनों से जुड़े हैं। तो कल जब सरकार आपके द्वार आए तो उनका स्वागत सवालों से करना और पूछना कि मईया सम्मान की राशि सभी माताओं बहनों तक क्यों नहीं पहुंच रही? राज्य में क्राइम हर दिन क्यों बढ़ रहा है? जंगलराज वापस क्यों लौट रहा है? उन्होंने कहा कि अलग -अलग विभागों में लाखों सीट खाली के बाद भी एक भी भर्ती परीक्षा क्यों नहीं कराई जा रही? नौकरी का सपना देखने वाले युवाओं को सालों-साल इंतज़ार क्यों कराया जा रहा है? बालू, कोयला, पत्थर की लूट पर रोक लगाने में सरकार नाकाम क्यों है? स्कूलों में शिक्षक कम और भवन जर्जर क्यों पड़े हैं? गांव की सड़कें आज भी टूटी, धंसी और अधूरी क्यों हैं? किसानों को समय पर बीज-खाद-मुआवजा क्यों नहीं मिलता? पेंशनधारियों को हर महीने भीख की तरह चक्कर क्यों लगाने पड़ते हैं? गरीब को घर देने की योजना कागजों में तेज और ज़मीन पर धीमी क्यों है?
"पिछले 6 सालों से युवाओं को झूठ बोलकर क्यों ठगा जा रहा है?"
मरांडी ने आगे लिखा कि युवाओं के लिए उद्योग, रोजगार, स्टार्ट-अप सपोटर् कहां है? जनजातीय इलाकों में पीने का साफ पानी और स्वास्थ्य सेवा आज भी सपना क्यों है? आदिवासी समाज की जल जंगल जमीन को लूटकर बांग्लादेशी घुसपैठियों को क्यों बसाया जा रहा है? पिछले 6 सालों से युवाओं को झूठ बोलकर क्यों ठगा जा रहा है? पिछले कार्यकाल में किए गए वादे - 5 साल में 25 लाख नौकरी का क्या हुआ? प्रत्येक वर्ष जेपीएससी और जेएसएससी की परीक्षा के आयोजन का क्या हुआ? गरीब महिलाओं को प्रतिमाह चूल्हा खर्च के रूप में 2000 रुपए देने के वादे का क्या हुआ? हर घर से एक सदस्य को नौकरी, जब तक नौकरी नहीं तब तक एक सदस्य को बेरोजगारी भत्ता जैसे अनेकों वादों का क्या हुआ? मरांडी ने कहा कि ऐसी क्या कमी है कि राज्य के किसी भी मंत्री को अपने मामूली से मामूली इलाज कराने के लिये राज्य से बाहर जाना पड़ता है? वह भी मेडिकल एंबुलेंस से। अगर राज्य में इलाज की व्यवस्था नहीं है तो कितने आम आदमी को बाहर इलाज के लिये ले जाने वास्ते सरकार मेडिकल एंबुलेंस देती है? अगर नहीं तो सिर्फ मंत्री को ही क्यों? आम आदमी को क्यों नहीं?
"आज को बदलने के लिए आवाज उठानी होगी"
मरांडी ने आगे लिखा कि भाइयों-बहनों...यह राज्य आपका है, आपकी मेहनत से चलता है। सत्ता में बैठा हर व्यक्ति आपका सेवक है, कोई मालिक नहीं। इसलिए कल जब सरकार आए तो चुप मत रहना अपनी आवाज उठाना, अपने सवाल पूछना क्योंकि अगर आज हम अपने हक अधिकारों और बच्चों के भविष्य के लिए सवाल नहीं पूछेंगे, तो आने वाला कल भी आज जैसा ही रहेगा, इसलिए अपने आज को बदलने के लिए आवाज उठानी होगी और मांगना होगा इन सत्ता में बैठे आकाओं से हर एक मर चुके सपनों और बची हुई उम्मीदों का हिसाब।

