पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने झारखंड के संथाल परगना में आदिवासी भूमि पर श्वेत पत्र की मांग की
Sunday, Aug 04, 2024-08:15 AM (IST)
जमशेदपुरः वरिष्ठ भाजपा नेता अर्जुन मुंडा ने मांग की कि झारखंड सरकार को संविधान के प्रावधानों के तहत राज्य के संथाल परगना क्षेत्र में आदिवासियों की भूमि की रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि संथाल परगना में आदिवासी भूमि पर श्वेत पत्र लाया जाए।
पाकुड़ जिले के गोपीनाथपुर में कथित तौर पर भूमि हड़पने को लेकर आदिवासियों और ‘‘बांग्लादेशी घुसपैठियों'' के बीच हाल में हुई झड़पों का जिक्र करते हुए केंद्रीय आदिवासी मामलों के पूर्व मंत्री ने कहा कि समुदाय दोहरे हमले का सामना कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि एक ओर जहां आदिवासी परिवार अपनी बेटियों को खो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी जमीन हड़पी जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि बांग्लादेशी घुसपैठिए आदिवासी महिलाओं से शादी कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी गतिविधियां न केवल पाकुड़ में बल्कि राज्य के संथाल परगना क्षेत्र के कई अन्य जिलों में भी हो रही हैं। मुंडा ने दावा किया कि इस तरह की गतिविधियों के कारण क्षेत्र के एक बड़े हिस्से की जनसांख्यिकी में भी बदलाव आया है।