गढ़वा के कूटकू मंडल डैम में आई बाढ़ से 55 घर जलमग्न, जंगलों और पहाड़ों में रहने को मजबूर ग्रामीण

Friday, Sep 20, 2024-03:09 PM (IST)

गढ़वा: गढ़वा जिला के बड़गड़ प्रखंड क्षेत्र के कुटकु मंडल डैम में आई बाढ़ से कई गांव जलमग्न हो गया है। इस बाढ़ से विभिन्न गांव के करीब 55 घर में डूब गए हैं। गांव के लोग पूरे परिवार एवं अपने मवेशियों को लेकर जंगलों और पहाड़ में चढ़कर शरण लिए हुए हैं।

बताया जा रहा है कि जिले में हुई बारिश से बडगड़ प्रखंड के कुटकु मंडल डैम स्थित कोयल नदी का बाढ़ इतना बढ़ गया कि इस डैम के डूब क्षेत्र एडमाडो़, कुटकु उत्तर टोला कुटकु सन्या गांव के कुछ भाग जलमग्न हो गया है। गांव के लोग अपने बच्चों और सामानों को निकाल कर पर्वतों चट्टानों एवं जंगलों में शरण लिए हुए हैं। इस बाढ़ में अभी तक किसी के मरने की खबर नहीं है। हालांकि कई मवेशियों को लोग घरों में ही छोड़ चुके हैं। इस मवेशियों की कोई अता पता नहीं चल पा रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन द्वारा अभी तक किसी तरह का कोई राहत कार्य शुरू नहीं किया गया है। गांव के प्राथमिक विद्यालय भी जलमग्न हो गए हैं। विद्यालय में रखे सभी सामान डूब गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कूटकू मंडल डैम करीब तीस वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ है। जिस वर्ष अत्यधिक वर्षा होती है, उस वर्ष कई गांव जलमग्न हो जाते हैं। हालांकि कूटकू मंडल डैम के डूब क्षेत्र अंतर्गत आने वाले लोगों को सरकार के द्वारा मुआवजा देकर विस्थापित कर दिया गया था। परंतु गांव के सभी लोगों के मुआवजा नहीं मिलने के कारण कुछ लोग गांव में ही रह रहे थे और मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं। मुआवजा नहीं मिल पाने के कारण वह गांव छोड़कर बाहर नहीं जा पा रहे हैं। इसके पहले भी गांव में आई बाढ़ से कितने लोग कितने पशु के डूबने से मौत हो चुकी है।

ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच वर्ष पहले इस अधूरे पड़े कूटकू मंडल डैम के कार्य को पूर्ण करने के लिए कार्य का ऑनलाइन उद्घाटन किया था। उद्घाटन के बाद कार्य शुरू करने के लिए राशि भी आवंटित कर दी गई थी। परंतु अभी तक काम नहीं लग सका। अब तक यह परियोजना अधूरी के अधूरी पड़ी रह गई है।


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Khushi

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