उम्र कैद की सजा काट रहे 39 कैदी किए जाएंगे रिहा, राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में लगी मुहर

Tuesday, Aug 06, 2024-09:38 AM (IST)

रांची: राज्य के अलग-अलग जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 39 कैदियों को रिहा किया जाएगा। बीते सोमवार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की 31वीं बैठक में संपन्न हुई। वहीं इसमें 39 कैदियों के रिहा किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

74 कैदियों की रिहाई से संबंधित मामलों पर किया गया मंथन
जानकारी के अनुसार, बैठक में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 74 कैदियों की रिहाई से संबंधित मामलों पर मंथन किया गया, जिसमें 39 कैदियों को रिहा किया जाना स्वीकृत किया गया। रिहाई का फैसला लेते हुए न्यायालयों के निर्णय, संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक, जेल अधीक्षक और प्रोबेशन पदाधिकारी के सुझावों पर विचार किया गया। इनकी रिहाई 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के दिन होने की उम्मीद है।

रिहा किए जा रहे कैदियों को स्वरोजगार से जोड़ने के निर्देश
वहीं हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि रिहा किए जा रहे कैदियों की फैमिली बैकग्राउंड, सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति की जानकारी हासिल करें और उनके जीवन यापन के लिए आय के साधन मुहैया करवाए जाए ताकि वे वित्तिय तौर पर निर्भर हो सके। उन्होंने सभी को स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम से जोड़ने और उन्हें डेयरी फार्म, मुर्गी फार्म, पशुपालन आदि योजनाओं का लाभ दिलाने का सुझाव दिया। सीएम ने कहा कि रिहा होने वाले वैसे कैदी जिनकी उम्र अधिक हो चुकी है, उनकी पारिवारिक स्थिति की जानकारी भी लें। उन्होंने कहा कि रिहा हुए कैदियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी भी है।

बता दें कि झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव-सह-विधि परामर्शी नलिन कुमार, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल, रांची के न्यायायुक्त दिवाकर पांडेय, झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता, कारा महानिरीक्षक झारखंड सुदर्शन प्रसाद मंडल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


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Nitika

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