बिहार के इस गांव में आजादी के 77 वर्ष बाद पानी की समस्या से मिली मुक्ति, महज 15 दिनों के अंदर....

Saturday, May 31, 2025-02:39 PM (IST)

Banka News: बिहार में बांका जिले के दोमुहान पंचायत के गौरीपुर गांव में देश की आजादी के 77 वर्ष बाद एक नई सुबह ने दस्तक दी है और अब गांव की महिलाओं को नदी का बालू खोदकर चुआरी से पीने और खाना बनाने के लिए पानी का इंतजाम करने जैसी समस्या से मुक्ति मिल चुकी है। 

इस गांव में नई नहीं थी पेयजल की समस्या 
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने शनिवार को बताया कि गौरीपुर गांव में महज 15 दिनों के अंदर विभाग के प्रयास से न केवल तीन चापाकल स्थापित किए गए बल्कि गांव के कुल 210 घरों में हर घर नल का जल निश्चय योजना के तहत पाइप लाइन के माध्यम से पीने के शुद्ध पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। इस गांव में पेयजल की समस्या कोई नई नहीं थी। बताया जाता है कि आजादी से पहले और उसके बाद भी लोगों को पीने के पानी के लिए नदियों की रेत खोदकर चुआरी से पानी एकत्र करना पड़ता था। इसके अलावा गांव के कुछ पुराने कुओं पर ग्रामीणों का जीवन निर्भर था। 

ऐसा नहीं है कि बांका जिले के दोमुहान पंचायत का गौरीपुर गांव सूबे के किसी सुदूर गांव में शामिल है। यह गांव बांका जिला मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है। विभाग को इसकी जानकारी बांका के जिलाधिकारी के माध्यम से प्राप्त हुई थी। उपलब्ध कराई गई जानकारी पर विभाग ने त्वरित संज्ञान लेते हुए अपनी कार्रवाई शुरू की। विभाग ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हर घर नल का जल निश्चय योजना के तहत गौरीपुर गांव के कुल 210 घरों में पाइप लाइन के माध्यम से 1,000 से ज्यादा लोगों को अब सीधे घरों में ही शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो रही है। 

गांव के बसावट के समीप तीन चापाकल भी स्थापित
इतना ही नहीं, ग्रामीणों की सुविधा के लिए गांव के बसावट के समीप तीन चापाकल भी स्थापित किए गए हैं, जिससे ग्रामीणों को बिजली के अभाव में भी जल संकट का सामना न करना पड़े। अब गांव की महिलाओं को चुआरी से पानी एकत्र करने की पुरानी समस्या से पूरी तरह आजादी मिल चुकी है। इस पहल के लिए गौरीपुर गांव के निवासियों ने विभाग को सार्वजानिक धन्यवाद ज्ञापन भी दिया है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री नीरज कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार सभी ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के प्रति संकल्पित है। विभाग की प्राथमिकता है कि किसी भी पेयजल संबंधित शिकायत पर त्वरित कारर्वाई हो और हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचे। गौरीपुर गांव में रिकॉर्ड समय में हुआ कार्य इसी प्रतिबद्धता का उदाहरण है। 


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Content Writer

Ramanjot

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