Bihar politics: "गंगा किनारे डांस करने से कोई मुख्यमंत्री नहीं बनता", उपेंद्र कुशवाहा का तेजस्वी पर तंज, कहा- पद की नहीं, बल्कि....

Friday, Sep 05, 2025-06:43 PM (IST)

Bihar politics: पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने शुक्रवार को राजधानी पटना में आयोजित राज्य स्तरीय ‘संवैधानिक अधिकार- परिसीमन सुधार महारैली' को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘मैं पद की नहीं, बल्कि परिवर्तन और सुधार की राजनीति करता हूं।‘

पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने कहा कि 1976 में परिसीमन को फ्रीज किए जाने का खामियाजा बिहार और उत्तर भारत के राज्यों को आज तक भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर समय पर आबादी के आधार पर परिसीमन होता, तो आज बिहार की लोकसभा सीटें 40 की बजाय लगभग 60 होतीं। उन्होंने मांग की कि 2026 में होने वाले परिसीमन को जनसंख्या के आधार पर निष्पक्ष रूप से लागू किया जाए, ताकि ‘एक व्यक्ति- एक वोट- एक मूल्य' की संवैधानिक भावना को कायम रखा जा सके।

गंगा किनारे डांस करने से कोई मुख्यमंत्री नहीं बनता- Upendra Kushwaha
कुशवाहा ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सीटों की नहीं, बल्कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और प्रस्तावित महिला आरक्षण जैसे मुद्दों से भी जुड़ी है, जिनके साथ परिसीमन न होने की स्थिति में अन्याय होगा। जनहित से जुड़े मुद्दों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाने और जातीय जनगणना की मांग को सरकार ने माना है, लेकिन अब शिक्षा, सामाजिक न्याय और राजनीतिक प्रतिनिधित्व की लड़ाई को अगले स्तर पर ले जाने की जरूरत है। उन्होंने  नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि, गंगा किनारे डांस करने से कोई मुख्यमंत्री नहीं बनता, अगर ऐसा होता तो देश का सबसे बड़ा डांसर प्रधानमंत्री होता। कुशवाहा ने अंत में लोगों से आह्वान किया कि ‘संवैधानिक अधिकार- परिसीमन सुधार' के संकल्प को पूरा करने के लिए हर घर तक इस संदेश को पहुंचाया जाएं। 


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Content Editor

Swati Sharma

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