पूर्व सूचना और सावधान किए बिना छात्रों का नामांकन रद्द करना शिक्षा विभाग की अराजकता का नमूना: विजय सिन्हा
Friday, Oct 27, 2023-01:52 PM (IST)

पटनाः बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहार बोर्ड के मैट्रिक और इंटर के लगभग 1 लाख विद्यार्थी को सेंट अप परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगाने की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि 75 फ़ीसदी उपस्थिति नहीं रहने के कारण इन्हें रोकना दुर्भाग्यपूर्ण है।
सिन्हा ने कहा कि विभाग ने कुछ माह पूर्व 75 फ़ीसदी उपस्थिति की अनिवार्यता जारी किया है। पूर्व से पढ़ रहे छात्रों को साल भर पूर्व सूचना देकर यदि उन्हें सावधान किया जाता तो वे उसका पालन करते। वर्तमान स्थिति में शिक्षा विभाग को आदेश जारी कर बिहार बोर्ड को निर्देश देना चाहिए कि इस वर्ष सेंट अप की परीक्षा में 75 फ़ीसदी उपस्थिति की अनिवार्यता को शिथिल किया जाएं। सिन्हा ने कहा कि 9 वीं से 12 वीं तक 266564 छात्रों का नामांकन रद्द किया जाना तुगलकी क़दम है। इन छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया हैं। क्या शिक्षा विभाग ने मन बना लिया है कि उपमुख्यमंत्री 9 वीं फेल हैं तो बाकी छात्रों को भी 9 वी से आगे नहीं बढ़ने दिया जायेगा?
शिक्षा विभाग की मनमानी के कारण छात्र और शिक्षक परेशान
विजय सिन्हा ने कहा कि उपमुख्यमंत्री के भाई 12 वीं पास हैं तो छात्रों को 12वीं पास होने से रोक दिया जाएगा? उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की अराजकता के कारण बिहार के शिक्षक, छात्र, अभ्यर्थी और अभिभावक सभी परेशान हैं। शिक्षक बहाली में गड़बड़ी, जिला आवंटन में गड़बड़ी और अधिक अंक वाले की नियुक्ति न कर कम अंक वाले को सफल घोषित करना, कुछ ऐसे उदाहरण हैं, जो शिक्षा विभाग की अकर्मण्यता को दर्शाता है। सिन्हा ने मांग की है कि मुख्यमंत्री को तुरंत हस्तक्षेप कर रोके गए छात्रों को सेंट अप परीक्षा में शामिल होने का आदेश देना चाहिए।